हड्डी के डाक्टर जेपी वर्मा और ईएमओ अनुज चौरसिया नामजद
विनोद कुमार
खबर प्रतापगढ़ के मेडिकल कॉलेज से है जहां मेडिकल कॉलेज के डाक्टर सचिन कुमार के ऊपर हुए हमले में अस्पताल के ही हड्डी विभाग के सर्जन जेपी वर्मा, ईएमओ डाक्टर अनुज चौरसिया समेत चार के खिलाफ़ जानलेवा हमले की नामजद रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज हुई।
पुलिस ने यह कार्रवाई डाक्टर सचिन की तहरीर पर की है। जिसमें गत तीस मई को उन पर हमला करने और परिजनों को जान से मारने की धमका का आरोप सचिन की तरफ से आरोपियों पर लगाया गया है। इस कार्रवाई से स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया है।
इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद डाक्टर दो खेमे में बंट गए है। आगे की रणनीति बना रहे हैं।
रिपोर्ट दर्ज होने से डाक्टरों के संघ पीएमएस में आक्रोश है। वहीं प्रिंसिपल ने इस मामले से अपने को दूर कर लिया है।
मेडिकल कालेज के हड्डी के डाक्टर सचिन का आरोप है कि तीस मई को दबंगों ने उनको मारा पीटा, गालियां दी, जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। परिजनों को मारने की धमकी दी गई।
इस मामले में उन्होंने राजा प्रताप बहादुर पुरुष अस्पताल के अपने ही साथी डाक्टर जेपी वर्मा, ईएमओ अनुज चौरसिया और अस्पताल के स्टाफ अजय शर्मा उर्फ अजीत, अभिषेक दुबे को हमले का जिम्मेदार बताया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी सतपाल अंतिल ने आरोपियों के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। एफआईआर दर्ज हुई है। अजय शर्मा अस्पताल के प्रधान लिपिक का भतीजा बताया गया है।
खास बात यह है रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस ने तेजी दिखाई। सूत्र बताते हैं कि ऊपर से दबाव था। फिलहाल असल लड़ाई दलाली में वर्चस्व स्थापित करने को लेकर है।
जिसमें मेडिकल कॉलेज और पीएमएस ने एक दूसरे के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। लोगों का कहना है कि इससे हालात खराब होंगे। मरीजों को दिक्कत आयेगी।
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