गोण्डा:बीते 6 माह के भीतर लगातार तीसरी बार जिलाधिकारी आवास में तेंदुआ देखे जाने से एक बार फिर से हड़कंप मच गया है। तेंदुआ ने डीएम आवास को अपना आशियाना बना लिया है।
इस बार तीसरी आंख की नजर से तेंदुआ बच नहीं पाया सड़क से डीएम आवास के बाउंड्री वॉल पर चढ़ते उसकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
कैमरा में स्पष्ट रूप से तेंदुआ दिखाई देने के बाद आसपास की कालोनियों के लोग भी दहशत में हो गए। आवास पर सुरक्षाकर्मियों के अतिरिक्त वन कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
आवास पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारी दहशत में आ गए। उसको पकड़ने के लिए वन विभाग दिन-रात मशक्कत कर रहा है।
लेकिन डीएम आवास की 30 एकड़ की हवेली में सैर सपाटा करने के बाद वन कर्मियों को चकमा देकर तेंदुआ हर बार फरार होने में सफल हो जाता है।
प्रदेश के गोंडा जनपद में मुख्यालय के मंडे नाला के पास जिलाधिकारी का आवास स्थित है। अंग्रेजों के जमाने मे बनी जिलाधिकारी की यह हवेली करीब 30 एकड़ में फैली हुई है।
इसमें शीशम सागौन सहित अन्य तमाम प्रकार के वृक्ष तथा झाड़ियों है। करीब 06 माह पूर्व डीएम आवास में तेंदुए ने करीब एक हफ्ते परेशान करने के बाद निकल गया था।
तीसरी बार फिर जिलाधिकारी के आवास में तेंदुआ देखे जाने के बाद वहां तैनात कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल है।
बार-बार व जिलाधिकारी आवास के झाड़ियों को अपना शरणालय बना रहा है। आवास के आसपास क्षेत्रों में सड़क के उस पार तमाम सरकारी कॉलोनी है।
तेंदुआ आने की खबर से कॉलोनी वासी ही भयभीत हैं। तेंदुए की धरपकड़ के लिए वन विभाग की टीम कड़ी मशक्कत कर रही है। इनमें फॉरेस्ट गार्ड से लेकर एसडीओ स्तर तक के अधिकारी लगाए गए हैं।
वहीं जिलाधिकारी कार्यालय पर तैनात सुरक्षाकर्मी रात के अंधेरे में गाड़ी से कांबिंग करते हैं। इस संबंध में डीएफओ ने बताया कि तेंदुआ को पकड़ने के लिए दो पिंजरा लगाए गया हैं।
वहीं कर्मचारियों की ड्यूटी अलग-अलग शिफ्ट में लगाई गई है। लेकिन अभी तक तेंदुआ पकड़ से बाहर है। प्रयास किए जा रहे हैं। इससे पहले भी तेंदुआ डीएम आवास में देखा गया था यह लगातार तीसरी घटना है।
पिछले बार कुछ दिनों बाद निकल गया था। इस बार फिर देखा गया है। हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ