अमरजीत सिंह
अयोध्या ब्यूरो । कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जनपद के 87 मेधावी छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित। उन्हें मेडल के साथ प्रसस्ति पत्र देकर बढ़ाया गया उनका गौरव। भविष्य में उन्हें आगे अपने कठिन मार्ग पर कैसे आगे बढना है के टिप्स दिये गये। एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर, दिया गया सम्मान। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के अभिभावक भी थे उपस्थित। सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप मे आयुक्त मनोज मिश्र, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, एसएसपी आशीष तिवारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक आरबी सिंह चैहान, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती अमिता सिंह थी उपस्थित। हाईस्कूल यूपी बोर्ड के 23, इण्टरमीडिएट यूपी बोर्ड के 15, हाईस्कूल सीबीएसई के 14, हाईस्कूल आईसीएससी की 01, इण्टर आईसीएसी के 01 छात्र-छात्राओं को मिला सम्मान।
इस अवसर पर आयुक्त मनोज मिश्र ने कहा कि यदि हार्डवर्क के सतत् प्रयास में बदलकर अध्ययन करें तो हार्डवर्क हार्ड नही लगेगा। उन्होनंे कहा कि अब आपको और अधिक मेहनत करनी होगी एक तो जिस ऊचांई पर आप पहुंचे है उसे बनाये रखने के साथ नई ऊचांई पर पहुंचने के लिए और कड़ी मेहनत करना है जो सफलता आप सभी को मिली है उसके लिए गर्वित होने की आवशयकता नही है, बल्कि निरन्तर सद् आचरण, सद् व्यवहार के साथ सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है, उन्होंने बच्चों को टिप्स दिया यदि आपका आचरण शुद्ध हो तो आप कड़ी मेहनत करेंगे जिससे आपके कुल का सम्मान बढ़ता है अपने से श्रेष्ठ लोगो के सानिध्य में ज्ञान प्राप्त कर आगे बढ़े निरन्तर आगे बढ़े यही हमारी कामना है। इस आयोजन के लिए आयोजक को कोटि-कोटि बधाई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने पढ़ाई से लेकर आईएएस बनने तक अनुभवों को साझा करने के साथ छात्र-छात्राओं से पूछां कि आप भविष्य में क्या बनना चाहते है किसी ने आईएएस, किसी ने इन्जीनियर, किसी ने डाक्टर, किसी ने न्यूक्लियर साइंटिस्ट, तो कोई अध्यापक।
जिलाधिकारी ने कहा किस सभी क्षेत्रो में अपार अवसर उपलब्ध है, आप लोगो ने जो उपलब्धि हासिल की है यह स्टार्ट आफ जरनी है। अभी मंजिल बहुत बाकी है अपने अन्दर जरा सा भी इगो मत लाए आपके साथ का सहपाठी जो इस उपलब्धि को हासिल नही कर पाये उन सभी के मनोबल को बढ़ाने के साथ संयुक्त रूप से तैयारी करें, अपना कैरियर डिसाइड कर लें क्या बनना है इसकी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ एक ही गुण अपने अन्दर पैदा करें वह है ‘‘हार्ड वर्क‘‘। उन्होने कहा कि परिश्रम का कोई अन्त नही है। जितना परिश्रम आईएएस बनने के लिए किया है उससे कई गुना परिश्रम अब करना पड़ रहा है। परिश्रम करने से कभी पीछे न हटे, सफलता का यही मूलमंत्र है।
एसएसपी श्री आशीष तिवारी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि जितनी भी बड़ी हस्तियां है उनमें से अधिकांश छोटे-छोटे शहरो से अपने हार्डवर्क से आगे बढी है। आप अब्दुल कलाम तथा क्रिकेटर विराट कोहली का उदाहरण ले सकते है जिसने भी अपने मन से वह लैम्प पोस्ट के नीचे बैठकर टाप कर सकता है। बच्चों के परिवरिस के साथ-साथ उन्हें मंजिल तक पहुंचाने में माता-पिता का आपार सहयोग मार्गदर्शन रहता है हम सभी को उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए, शीघ्र ही मैं स्वयं जिलाधिकारी के साथ आपके विद्यालय आऊगां।सुरक्षा के बारे में विस्तार से बताने के बाद आपसे बात भी करूगां, भारत का भविष्य देख रहा हूँ, जो उज्जवल है। संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक ने भी बच्चों को दिये टिप्स।
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