धानेपुर, गोण्डा। पिछले कुछ दिनों से हो रही अघोषित बिजली कटौती से आक्रोशित उपभोक्ताओं ने शुक्रवार को दोपहर में विद्युत उप केंद्र का घेराव कर जमकर हंगामा किया और विद्युत व्यवस्था में सुधार लाने की चेतावनी दी। विद्युत उप केंद्र धानेपुर से क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के लोगों को तीन फीडर में बांटकर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इस समय भीषण गर्मी व उमस से लोग परेशान हैं।
पिछले कुछ दिनों से बिजली की सप्लाई ठीक नहीं है। पावर हाउस से अघोषित रुप से बिजली कटौती की जा रही है जिससे यहां के उपभोक्ता काफी परेशान हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर धानेपुर क्षेत्र की बिजली कटौती की आलोचना हो रही थी और लोग सुधार की मांग कर रहे थे लेकिन सप्लाई में सुधार न होने से गुस्साए उपभोक्ता शुक्रवार को दोपहर में ब्लाक मुख्यालय पर एकत्रित होकर बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पावर हाउस पहुंच गए। यहां पहुंचे उपभोक्ताओं ने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा काटा। इस दौरान उप केंद्र पर महज दो-तीन संविदा कर्मचारी ही मौजूद मिले।
गुस्साए लोगों ने यहां के सभी फीडरों की आपूर्ति बंद करा दी और जेई व एसएसओ को बुलाने पर अड़ गए। नहीं आने पर उपभोक्ताओं ने परिसर में स्थित उप खंड कार्यालय का घेराव कर काम कर रहे कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया और धरने पर बैठ गए। आये हुए लोगों ने कहा जब तक कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं आयेगा, तब तक डटे रहेंगे। इस पर पुलिस बुलानी पड़ी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित उपभोक्ताओं को समझा बुझाकर शांत करा दिया। पुलिस के पहुंचने के बाद जेई अजमत अली मौके पर पहुंचे, जिन्हें उपभोक्ताओं ने मांग पत्र दिया और चेतावनी देकर लोग वापस लौट आए। इस दौरान प्रधान प्रतिनिधि शाहिद अली सिद्दीकी, दान सिंह, अमन राज, मनीष तिवारी, भीष्म पांडेय समेत तमाम उपभोक्ता मौजूद रहे।
नदारद रहे जेई समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारी
शुक्रवार को दोपहर में बिजली की अघोषित कटौती से नाराज उपभोक्ता धानेपुर पावर हाउस का घेराव करने पहुंच गए। इस दौरान लोगों ने हंगामा काटा लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह रही कि इस दौरान बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के जिम्मेदार जेई से लेकर अन्य अधिकारी तक मौजूद नहीं रहे। इससे यह बात साफ हो गई है कि विभाग के जिम्मेदार लोग उपभोक्ताओं के प्रति कितना संजीदा हैं? फिलहाल उपभोक्ताओं ने अगले कुछ दिनों में आपूर्ति में सुधार नहीं होने पर फिर से बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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