■ संचारी रोग नियन्त्रण व दस्तक अभियान के तीसरे चरण का हुआ शुभारम्भ, रवाना हुई जागरुकता टीमें
■ अभियान दल की बातों पर अमल करके संचारी रोगों से होने वाली मौतों को रोके जनता – जिलाधिकारी
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक पखवाड़े के उद्घाटन के मौके पर कहा कि प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप हम लोगों को अभियान चलाकर पूर्वांचल से जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) तथा एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) जैसी जानलेवा बीमारियों को समाप्त करना है। ये बीमारियां पूर्वांचल के लिए अभिशाप बन चुकी हैं। इन्हें दूर करने के लिए सभी लोगों को जागरुक होने की आवश्यकता है। इसी कड़ी में संचारी रोग नियन्त्रण अभियान व दस्तक अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले विकास भवन में संचारी रोग नियन्त्रण अभियान तथा दस्तक अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर सदर विधायक जय चौबे के साथ जिलाधिकारी रवीश गुप्ता तथा सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने जागरुकता वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। संचारी रोग नियन्त्रण अभियान तथा दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर एईएस, जेई तथा अन्य वेक्टरजनित रोगों के प्रति जागरुक करेंगी। साथ ही साथ यह बताएंगी कि बुखार के साथ सरदर्द, झटके आना, बेहोशी, बोलने में असमर्थता होने पर 108 व 102 एम्बुलेन्स के माध्यम से ब्लाक स्तर के इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेण्ट सेण्टर ( ईटीसी ) में उपचार के लिए जाएं। झोला छाप डाक्टरों तथा ओझा व सोखा की झाड़फूंक में कतई न पड़ें। इससे इन बीमारियो से मौत के साथ ही विकलांगता की दर भी कम होगी।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी बब्बन उपाध्याय, सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मोहन झा, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वेक्टर वार्न डिजीज डॉ वी पी पाण्डेय, प्रभारी अधिकारी संक्रामक रोग नियन्त्रण कक्ष डॉ ए के सिन्हा, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वेद प्रकाश यादव, इपिडेमियोलाजिस्ट डॉ मुबारक अली, डीसीपीएम संजीव कुमार सिंह, यूनीसेफ प्रतिनिधि डॉ बेलाल अनवर, मलेरिया निरीक्षक संजय यादव, प्रयोगशाला सहायक मृत्युन्जय कुमार गुप्ता, शशिचन्द पाण्डेय, सुल्तान अहमद समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।
पिछले वर्ष की तुलना में अभूतपूर्व सुधार
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में एईएस के 58 मामले सामने आए थे। इनमें 4 लोगों की मौत हुई थी। वहीं जापानी इंसेफेलाइटिस के 4 मामले सामने आए थे, जिनमें कोई भी मौत नहीं हुई थी। वहीं वर्ष 2019 में अब तक एईएस के 37 मामले सामने आए हैं। इनमें कोई मौत नहीं हुई है। साथ ही जेई से सम्बन्धित कोई मामला सामने नहीं आया है।
एलइडी वैन करेगी ग्रामीणो को जागरूक
संचारी रोग नियन्त्रण अभियान व दस्तक अभियान – 3 के दौरान जिले को मिली दो एलईडी वैन जिले में विभिन्न क्षेत्रों के गांवों में निर्धारित तिथियों व समय के अनुसार पूरे महीने चलती रहेगी। इस दौरान जेई/एईएस जैसे रोग के रोकथाम तथा उपचार पर आधारित फिल्में चलाकर लोगों को इन रोगों के प्रति जागरुक किया जाएगा।
प्रदेश स्तर पर मृत्यु दर में एक चौथाई कमी
सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने बताया कि लोगों के अन्दर जेई व एईएस तथा अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए संचारी रोग नियन्त्रण व दस्तक अभियान चलाया गया है। इसके चलते इन रोगों से मृत्युदर घटकर एक चौथाई हो गई है। साथ ही लोग सही उपचार के लिए निर्धारित चिकित्सालयों में जा रहे हैं।
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