अखिलेश्वर तिवारी
जिले में 20 विदेशी यात्री पर नजर, सीमा पर 2136 संदिग्धों की हुई स्क्रीनिंग
सीमावर्ती रास्तों पर बनाए गये 4 चेक पोस्ट, 30 गांवों के लोगों को किया जा रहा जागरूक
बलरामपुर ।। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के बीच एक भय का माहौल बन गया है। देश के कई राज्यों में मरीज मिलने से अब सरकार भी सतर्क हो गई है। कोरोना वायरस को लेकर कई तरह की अफवाह भी लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। इससे बचने को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। भारत नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में कोरोना वायरस स्क्रीनिंग चेक पोस्ट के जरिये विदेश से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है।
शनिवार को कोरोना वायरस पर जागरूकता को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. घनश्याम सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में तमाम तरह की अफवाहें फैल रही है जिसपर लगाम लगाने की जरूरत है। जिले की सीमा से सटे इलाकों पर एसएसबी के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग निगरानी कर रहा है। सीमा क्षेत्र में 4 स्थानों पर कोरोना वायरस स्क्रीनिंग चेक पोस्ट स्थापित किये गये है जिसमें चिकित्सक और फर्मासिस्ट सहित 4 स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होने बताया शुक्रवार तक चेक पोस्ट पर नेपाल से आने वाले 2136 संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। सीमा क्षेत्र के 30 गांवों में जनजागरूता के लिए बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। जिले में अब तक 12 यात्री चीन, 6 थाईलैण्ड और 2 जर्मनी से जिले में पहुंचे हैं। इन 20 में से 06 लोगों की 28 दिन तक निगरानी के बाद उन्हे सुरक्षित घोषित कर दिया है, बचे 14 लोगों की निगरानी चल रही है। जिले में कोरोना वायरस से ग्रसित होने पर यातायात के लिए एक एम्बुलेंस को रिजर्व रखा गया है। संयुक्त जिला चिकित्सालय के ट्रामा विंग में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जिले में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर बचाव की सभी सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। इस रोग के लिए हेल्पलाइन नंबर-18001805145 (टोल फ्री) है, साथ ही 9838616121 विजय पांडे, एचएस (कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी) पर संपर्क कर सकते हैं।
कोरोना वायरस से ऐसे करें बचाव
यदि आपको खांसी और बुखार आ रहा हो तो लोगों से दूरी बनाए रखें। अपनी आंख, मुंह और नाक को बार-बार न छुएं। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें। अधपके मांस को खाने को बचें। बर्तन, पानी की बोतल और तौलिये जैसी व्यक्तिगत स्वच्छता की वस्तुओं को साझा करने से बचें। अपनी गैर-आवश्यक यात्रा योजनाओं को कम से कम करें और बड़े सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें। कोरोना वायरस को रोकने या इलाज करने के संभावित तरीकों के बारे में अवैज्ञानिक गलत सूचनाओं को फैलाने से बचना चाहिए। डिस्पोजेबल फेस मास्क को स्टॉक न करें। इस तरह के मुखौटे केवल उन लोगों द्वारा पहने जाने की आवश्यकता है जिन्हें संक्रमण होने का संदेह है। ऐसे लोगों से दूर रहें जो बीमार हैं या खांसी या बुखार जैसे लक्षण दिखाते हैं।
ऐसे लक्षण दिखने पर हो जाएं सावधान
बुखार, खांसी और जुकाम हो तो यात्रा न करें। अचानक तेज बुखार होना। तेज बुखार, जुकाम और खांसी होना। शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी। लिवर और किडनी में परेशानी। सांस में तकलीफ होना। निमोनिया के लखण दिखना। पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस मामले में आपको किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
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