अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित अंग्रेजी माध्यम विद्यालय ग्वालियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में सोमवार को वर्चुअल कला प्रतियोगिता, हिंदी कविता पाठ एवं संस्कार पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
जानकारी के अनुसार 31 जनवरी को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ऑनलाइन ‘‘कला प्रतियोगिता‘, ‘‘हिन्दी कविता पाठ‘‘ एवं ‘‘संस्कार पाठशाला‘ का आयोजन किया गया।
विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने ऑनलाइन म बच्चों को कला के क्षेत्र में पेंटिग का महत्व बताया तथा हिन्दी कविता पाठ में सुर-ताल-लय को बताते हुए संस्कार पाठशाला के माध्यम से बच्चों से रूबरू होते हुये संदेश दिया कि हमें अपनें संस्कारों को तथा भारतीय संस्कृति को कभी नहीं भूलना चाहिए तथा अपनें से छोटे एवं बड़ों का आदर एवं सम्मान करना चाहिए।
ऑनलाइन कला प्रतियोगिता में कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के बच्चों ने प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में युवराज सिंह, वंश चौधरी, फैज खान, सादमा आबदीन, गरिमा चौधरी, यश यादव, अंजली मिश्रा, आयुष श्रीवास्तव, वैष्णवी शुक्ला आदि छात्र छात्राओं ने अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया।
ऑनलाइन हिन्दी कविता पाठ में कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के बच्चों ने प्रतिभाग किया। जिसमें युग मौर्या, अंजली मिश्रा, वंश चौधरी, सुभांगी मिश्रा, गायत्री मौर्या, युवराज चौधरी, गरिमा चौधरी, अनमोल त्रिपाठी, अलिना नसीम, वैष्णवी शुक्ला, मान्या श्रीवास्तव, यश यादव, दिशा शुक्ला, सुभांगी मिश्रा तथा सत्यम गुप्ता ने बहुत ही सुन्दर-सुन्दर कवितायें प्रस्तुत की।
ऑनलाइन ‘‘संस्कार पाठशाला‘ में कक्षा-नर्सरी से कक्षा-8 तक के सभी छात्र छात्राओं नें प्रतिभाग किया।
सभी शिक्षकों ने अपनी-अपनी कक्षा के माध्यम से बच्चों को संस्कार का पाठ पढ़ाया। शिक्षको ने बताया कि अगर बच्चें स्कूल नही आ रहे है तो भी हमें अपने दिनचर्या को बनाये रखना है।
जैसे कि सुबह जल्दी उठना, ईश्वर अल्लाह को याद करना, अपने बड़ो को प्रणाम करना, दांतो की सफाई, स्नान आदि करके सुबह का नाश्ता (ब्रेक फास्ट) समय पर करना, दोपहर के भोजन में पौष्टिक आहार का होना, रात्रि के समय खाना खाकर दांतो की सफाई करना, सोने से पहले अपनें बड़ो का चरण स्पर्श करना आदि चीजों के बारें बच्चों को बताया गया।
शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा ऑनलाइन भेजे गये सभी गृहकार्य तथा कक्षा कार्य, लाइव क्लास करना इत्यादि महत्वपूर्ण बताया, जिससे हमारी दिनचर्या असंतुलित न हो।
अगर बच्चा समय से सभी कार्य नही करेगा तो वह सभी चीजों में दिनों दिन पीछे होता चला जायेगा।
उन्होंनेे बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान शासन के नियमों का पालन करते हुए विद्यालय द्वारा चलाये जा रहे सभी प्रकार ऑनलाइन कक्षाएं अभिभावकों तथा बच्चों द्वारा अत्यधिक पंसद किया जा रहा है।
शिक्षिक व शिक्षिकाओं ने ऑनलाइन संस्कार पाठशाला के माध्यम से बच्चों को बताया कि आप सभी को योगा भी करते रहना है तथा हमें मोबाइल का प्रयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए ही करना है।
बच्चों ने अपने शिक्षक व शिक्षिकाओं द्वारा बताये गये संस्कार पाठशाला की बातों को अत्यधिक पंसद किया।
सभी बच्चे अपनी शिक्षक शिक्षिकाओं से ऑनलाइन कहने लगे कि हमारा विद्यालय कब खुलेगा और हम सभी अपनी-अपनी कक्षाओं मे पढ़ाई तथा खेल-कूद कब करेंगे यह सब कहते हुए बच्चे बहुत भावुक हो उठे।
ऑनलाइन ‘‘कला प्रतियोगिता‘, ‘‘हिन्दी कविता पाठ‘‘ एवं ‘‘संस्कार पाठशाला‘ के अवसर पर विद्यालय के सह निर्देशक आकाश तिवारी (ऑनालाइन) एवं अध्यक्ष डा0 पी0एन0 तिवारी (ऑनलाइन) कोषाध्यक्ष मीता तिवारी, उपाध्यक्ष शैलेश तिवारी (ऑनलाइन), उप प्रधानाचार्य संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), अशोक कुमार शुक्ला, ए0के0 तिवारी, टी0एन0 शुक्ल, मेराज अहमद, पूनम चौहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, विश्वनाथ तिवारी, अखिलेश शुक्ला, कपिल निषाद, विश्वनाथ तिवारी, आकृष्ट शुक्ला, डी0डी0 पाण्डेय, शालिनी शुक्ला, दुर्गा प्रसाद यादव, आशुतोष मिश्रा, अशोक चौहान (पी0टी0आई0) वली आलम, राजीव श्रीवास्तव एवं मनोज शुक्ला आदि ऑनलाइन ‘‘कला प्रतियोगिता‘, ‘‘हिन्दी कविता पाठ‘‘ एवं ‘‘संस्कार पाठशाला‘ में वर्चुअल उपस्थित रहे।
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