अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज मे अध्ययनरत छात्र छात्राओं को रविवार को अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग करके उपयोगी वस्तुओं को बनाने के तरीके बताए गए ।
जानकारी के अनुसार 31 जुलाई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में अनुपयोगी वस्तुओ का उपयोग कर उसे एक नये रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को बताया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बच्चों को बताया कि हम किस प्रकार अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर उसे एक नये रूप में परिवर्तित कर सकते है। अनुपयोगी वस्तुओं जैसे डिस्पोजल की वस्तुयें, प्लास्टिक की वस्तुयें इन सभी को उपयोग में लाकर इन्हें नया रूप देना ही रिसायक्लिंग है। इससे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है। रिसायक्लिंग वस्तुओं मे कई प्रकार के कागज, धातुयें, प्लास्टिक, टायर, कपड़ा तथा इलेक्ट्रानिक चीजें आती है। वनस्पति को खाद्ययुक्त बनाना और स्वाभाविक तरीके से सड़नशील वस्तुयें जैसे खाने की चीजें और बगीचे की खराब चीजों को भी इसी प्रक्रिया मे शामिल किया जा सकता है। प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी के निर्देशन में सीनियर ग्रुप कक्षा-9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक बोतलों का उपयोग करते हुए पौधारोपण, पेन स्टैंड, ज्वेलरी स्टैंड, वाल हैंगिग, फिस एक्यूरियम एवं प्लास्टिक प्लान्ट स्टैंड सहित विभिन्न प्रकार के सामानों का निर्माण करवाया गया। प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं में परिधि मिश्रा, फैजा खान, फरहत फातिमा, अजीमुद्दीन, ईशान पाण्डेय, दीपेन्द्र सिंह, रिमझिम गोस्वामी, स्वाती सिंह, सोनाली, दर्शिका सिंह एवं मंदिरा शुक्ला ने बढ-चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने अनुपयोगी वस्तुओं को उपयेग में लाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा आप लोग कई अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाकर अपने घरों का सजावट करें। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), उर्वशी शुक्ला, लता श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, प्रियंका शुक्ला सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाएँ उपस्थित रहे।
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