बीपी त्रिपाठी गोंडा, 27 सितंबर। 'नियोजित परिवार, खुशियाँ अपार’ का सन्देश जन-जन तक पहुँचाने और समुदाय में परिवार नियोजन साधनों की स्वीका...
बीपी त्रिपाठी
गोंडा, 27 सितंबर। 'नियोजित परिवार, खुशियाँ अपार’ का सन्देश जन-जन तक पहुँचाने और समुदाय में परिवार नियोजन साधनों की स्वीकार्यता बढ़ाने के उद्देश्य से बीते सोमवार को जनपद की स्वास्थ्य इकाईयों पर ‘विश्व गर्भ निरोधक दिवस’ मनाया गया |
इस मौके पर लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के उपयोग और फायदों के बारे में जानकारी दी गयी | इच्छुक एवं योग्य दम्पत्तियों को नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, छाया, अंतरा, कंडोम आदि साधन मुहैया कराये गए |
सीएचसी पण्डरी कृपाल की अधीक्षिका डॉ पूजा जायसवाल की अगुवाई में आयोजित महिला नसबन्दी शिविर में तीन व सीएचसी इटियाथोक के अधीक्षक डॉ मेराज अहमद की अगुवाई में आयोजित महिला नसबन्दी शिविर में क्षेत्र की नौ महिलाओं ने ‘परिवार सीमित, खुशियाँ असीमित’ वाक्यांश पर अमल करते हुए परिवार नियोजन की स्थायी विधि ‘नसबंदी’ अपनाई | जिला महिला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सुवर्णा ने इन महिलाओं को नसबंदी की सेवा दी |
सीएमओ डॉ रश्मि वर्मा ने कहा कि परिवार नियोजन के साधन आज के समय की ज़रूरत हैं | जिन दम्पत्तियों को बच्चे नहीं चाहिए या कुछ समय बाद चाहिए, लेकिन परिवार नियोजन के साधनों से अनभिज्ञ हैं, वह अपने क्षेत्र की आशा, एएनएम से सम्पर्क कर या अपने नजदीकी हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर / प्राथमिक / सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचकर परिवार नियोजन के ‘बास्केट ऑफ़ चॉइस’ से अपने मन मुताबिक साधन अपना सकते हैं |
स्वास्थ्य इकाइयों पर तैनात परिवार नियोजन परामर्शदाता / स्टाफ नर्स द्वारा लोगों की काउंसलिंग कर उनके मनचाहे साधन निःशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं |
परिवार कल्याण सेवाओं के नोडल अधिकारी डॉ एपी सिंह ने कहा कि लगातार बढ़ रही आबादी देश के विकास में बाधक है | समाज में व्याप्त गरीबी, भुखमरी, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसी समस्याओं के पीछे काफी हद तक जनसँख्या वृद्धि जिम्मेदार है |
इसलिए वर्तमान समय में देश के हर नागरिक को परिवार नियोजन और जनसँख्या स्थिरीकरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है | उन्होंने बताया कि ‘विश्व गर्भ निरोधक दिवस’ के अवसर पर जिले में कुल 13 महिला नसबंदी (सीएचसी पर 12 व महिला अस्पताल में एक), 42 पीपीआईयूसीडी, एक आईयूसीडी व अंतरा इंजेक्शन के तीन डोज के साथ ईसी-पिल्स, माला-एन और कंडोम आदि की सेवा प्रदायगी की गयी |
जिला परिवार नियोजन एवं सामग्री प्रबन्धक सलाहुद्दीन लारी ने बताया कि गत वर्ष में 2021-22 में जिले में 3094 महिला नसबंदी, 6 पुरुष नसबंदी, 15990 पीपीआईयूसीडी, 12052 आईयूसीडी, 418178 कंडोम, 31249 ईसी-पिल्स तथा 36987 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया की निःशुल्क सेवा लोगों ने ली है |
वहीं इस वर्ष में अप्रैल 22 से अगस्त तक 438 महिला नसबंदी, एक पुरुष नसबंदी, 3702 त्रैमासिक गर्म निरोधक इंजेक्सन अंतरा, 5483 पीपीआईयूसीडी, 7616 आईयूसीडी, 19132 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, 28475 माला-एन व 203419 कंडोम का प्रयोग लोगों ने किया है |
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ यूपीटीएसयू के अनुसार, गर्भ निरोधक साधन अपनाने वाले लाभार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए मिशन परिवार विकास की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाती है l पुरुष नसबंदी पर 3000 तथा महिला नसबंदी पर 2000 रुपये लाभार्थी को दिए जाते हैं|
प्रसव के 48 घंटे के भीतर नसबंदी कराने पर महिला को 3000 रुपये तथा प्रसव के बाद ‘पीपीआईयूसडी’ लगवाने पर 300 रुपये मिलते हैं| अंतरा इंजेक्शन के लगवाने पर लाभार्थी को 100 रुपये प्रति डोज दिए जाते हैं |
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