वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ़ से है जहां नगर पंचायत कोहड़ौर में स्थित जगतपाल रंगनाथ द्विवेदी इण्टर कालेज रामापुर के प्रांगण में आयुर्वेद का अमृत काल कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें छात्र-छात्रओं एवं शिक्षकों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने शरीर को स्वस्थ रखने की सलाह दी गयी।
कार्यक्रम में डॉ. अवनीश ने बच्चों को बताया कि सुबह उठकर रात में तांबे के बर्तन मे रखा पानी पीने से हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं और पेट सही रहता है।
बच्चों मे ज्यादातर बीमारी पेट ठीक न रहने से ही होती है, इसके लिए अपना खानपान सही रखें व विरुद्ध आहार से बचें।
दूध के साथ फल का सेवन करने से बचें।गरम और ठंडी चीजों को एक साथ न खाएं।दूध से बनी चीजों के साथ नमक न लें।डॉ. अवनीश ने 11 अक्टूबर को "दैनिक जीवन मे आयुर्वेद का महत्व" विषय पर जिला स्तर पर होने वाली भाषण प्रतियोगिता के विषय मे जानकारी देते हुए कहा कि विजेता छात्र 17 अक्टूबर को मंडल स्तर पर और प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत किये जाएंगे।
कालेज के प्रधानाचार्य धवल कुमार द्विवेदी ने कहा कि आयुष मंत्रालय के प्रयासों से आज आयुर्वेद लोगों की पसंद बन रहा है।कोरोना काल मे आयुर्वेद ने जनमानस को बहुत राहत पहुँचाया है।आयुर्वेद स्वस्थ जीवनशैली का संदेश देता है।
आने वाला समय आयुर्वेद का अमृतकाल है।उक्त स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में कार्यक्रम में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं समेत विद्यालय के सभी शिक्षक उपस्थित रहे।