वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ से है जहां आरएसएस ने मकर संक्रांति के अवसर पर मकर संक्रांति उत्सव कार्यक्रम का आयोजन नगर स्थित शहीद उद्यान में किया गया|
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व सामाजिक समरसता का पर्व है। हमारी परंपरा सभी को साथ में लेकर चलने की है|
"सब समाज को लिए साथ में आगे है बढ़ते जाना"यह भाव हम सभी के मन में होना चाहिए| हम सभी को नर में नारायण और नारी में नारायणी के स्वरूप का दर्शन करना चाहिए| हम सभी मां भारती की संतति है |हम सभी के लिए राष्ट्र सबसे पहले हैं |
आज जिस प्रकार से समाज में विभिन्न राष्ट्र विरोधी शक्तियां समाज को विखंडित करने में लगी हुई हैं, हमारी भूमिका और बढ़ जाती है| उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम, भगवान श्रीकृष्ण हम सब के आदर्श हैं| हम सभी उनके आराधक हैं|
भगवान की आराधना के साथ-साथ श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर राष्ट्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है| उन्होंने कान्वेंट शिक्षा पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि कान्वेंट शब्द का शाब्दिक अर्थ अपने आप में भारतीय संस्कृत के विरुद्ध है |
कान्वेंट पद्धति के माध्यम से ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण को बढ़ावा देने का कार्य किया जाता है| उन्होंने लव जेहाद पर आगाह करते हुए कहा कि आज बेटियों को शिक्षित और जागरूक करने की आवश्यकता है| इस अवसर पर कार्यक्रम के आरंभ में पंडित आलोक मिश्र के स्वस्तिवाचन के साथ प्रांत प्रचारक रमेश और सम्मानित संघचालक द्वारा भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया|
इस अवसर पर विभाग संघचालक रमेश चंद्र त्रिपाठी, जिला संघचालक चिंतामणि द्विवेदी, सह नगर संघचालक नितेश खंडेलवाल,जिला कार्यवाह डॉक्टर सौरभ पांडेय, जिला प्रचारक शिवप्रसाद,प्रचार प्रमुख प्रभाशंकर पांडेय, आलोक गर्ग, भाजपा जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्र, आशीष श्रीवास्तव,शिव शंकर सिंह, राजेश सिंह, दिनेश अग्रहरि, शिव प्रकाश मिश्र सेनानी, गौरी शंकर सिंह, शीतांशु ओझा, अजय पांडेय,भूपेंद्र सिंह, डॉ रघुनाथ शुक्ला, सर्वोत्तम, रमेश पटेल, संदीप रावत, हरी प्रताप सिंह, पिंकी दयाल, प्रमिला शुक्ला, राजा सिंह,अशोक शर्मा, ज्योति जायसवाल, अनीता पांडेय, देवापि, पीयूष, सुरेंद्र प्रसाद, राजेश मिश्रा, विनोद मिश्रा, सुनील दुबे, ओम प्रकाश त्रिपाठी, अवधेश मिश्र,पंकज तिवारी ,चंद्रमणि,शिशिर खरे, डॉ बृज भानु सिंह आदि उपस्थित रहे|
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ