गोण्डा:आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा में सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा योजना अंतर्गत आज दिनांक 3 फरवरी 2023 को कृषि उपसंभाग उतरौला के अंतर्गत विकासखंड उतरौला के कृषकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ ।
प्रशिक्षण का शुभारंभ केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. पीके मिश्रा द्वारा किया गया । डॉक्टर मिश्रा ने प्राकृतिक खेती अपनाने पर बल दिया । उन्होंने बताया कि एक देशी गाय से 30 एकड़ की खेती बगैर रसायनों के प्रयोग से क जा सकती है ।
इससे लागत में भारी कमी आएगी, साथ ही गुणवत्ता युक्त उत्पादन मिलेगा । मानव व पशु का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा एवं पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी ।
डॉक्टर रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने प्राकृतिक खेती के सिद्धांतों, जीवामृत घनजीवामृत, बीजामृत, ब्रह्मास्त्र, नीमास्त्र आदि बनाने की विधि एवं प्रयोग विधि की जानकारी दी गई ।
उन्होंने बताया कि जीवामृत, घनजीवामृत, बीजामृत आदि उत्पादों के प्रयोग से फसल का अच्छा उत्पादन मिलेगा । उन्होंने जैविक खेती, गेहूं में खरपतवार, सिंचाई, उर्वरक एवं खरपतवार प्रबंधन, दलहनी- तिलहनी फसलों में गंधक का प्रयोग, हरी खाद की खेती, फसल अवशेष प्रबंधन आदि की जानकारी दी ।
डॉक्टर मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने लो टनल पाली हाउस में सब्जी एवं फल पौध उत्पादन तकनीक तथा आम एवं अमरूद के पुराने बाबू का जीर्णोद्धार तथा डॉक्टर दिनेश कुमार पांडेय ने फल परिरक्षण के अंतर्गत आम, आंवला, नींबू आदि के अचार, मुरब्बा आदि बनाने की जानकारी दी ।
उन्होंने मशरूम की खेती हर घर में करने तथा मशरूम का सेवन करने की सलाह दी । अशोक कुमार वर्मा सहायक कृषि विकास अधिकारी उतरौला ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, अनिल खन्ना विषय वस्तु विशेषज्ञ ने कुसुम योजना तथा कृषि यंत्रों के अनुदान की योजना की जानकारी दी ।
इस अवसर पर प्राविधिक सहायकों रमेशचंद शर्मा, रविंद्र प्रताप, आदर्श, विनयराम, जितेंद्र चौधरी, रंजीत कुमार, सतीशचंद्र तिवारी बीटीएम तथा राम सिंह वर्मा एटीएम ने प्रतिभाग कर जानकारी प्राप्त की ।
प्रगतिशील कृषकों रामाशीष, अवध नंदन, लोकपति पांडेय, सत्यराम मौर्य आदि कृषकों ने खेती की तकनीकी जानकारी प्राप्त की । प्रशिक्षण में आए हुए प्रगतिशील कृषकों को प्रक्षेत्र भ्रमण कराया गया ।
भ्रमण मे प्राकृतिक खेती मैं उपयोग आने वाले महत्वपूर्ण उत्पादों जीवामृत आदि बनाने का सजीव प्रदर्शन दिखाया गया तथा वर्मी कंपोस्ट बनाने की विधि आदि की जानकारी दी गई ।
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