सगी बहनों की गला घोंट कर हत्या, पुलिस के गले नही उतरी परिजनों की थ्योरी,पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव


अशफाक आलम

छपिया गोण्डा:छपिया थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर ग्रांट गांव में 2 सगी बहनों की गला घोंटकर हत्या कर दी गई।‌ बुधवार की सुबह दोनों का शव उनके फूस के मडहे में तख्त पर पड़ा मिला। दोनों का गला एक ही साड़ी से कसा हुआ था। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर समेत भारी संख्या नें पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है। डॉग स्क्वायड व फारेंसिक टीम मौके पर जांच पड़ताल में जुटी हैं। संदेह के आधार पर पुलिस ने मृतक बहनों की मां ,उसके चाचा व भाई को हिरासत‌ में लिया है और पूछताछ कर रही है।


वासुदेवपुर ग्रंट गांव के रहने वाला मंगल निषाद फूस के मड़हे में परिवार समेत रहता है। मंगल के चार बेटे व दो बेटियां हैं।‌ बड़ा बेटा सियाराम उससे थोड़ी दूर पर छप्पर डालकर अपने पत्नी बच्चों के साथ रहता है। जबकि दो अनेय बेटे सत्रुधन विजयवाड़ा व शेषराम राजस्थान में रहकर मजदूरी करते हैं। घर पर उसकी पत्नी शांती देवी अपने छोटे बेटे रामगोपाल (13) व  दोनों बेटियों सुमन (18) तथा संगीता (17) के साथ रहती है। 


मंगल के मुताबिक मंगलवार का रात वह खाना खाने के बाद खेत की रखवाली करने चला गया था। घर पर उसकी पत्नी शांती छोटे बेटे व दोनों बेटियों के साथ फूस के मडहे में सो रही थी। रात में अज्ञात लोगों ने सुमन व संगीता की गला घोंटकर हत्या कर दी।


 मंगल की पत्नी शांती देवी का कहना है कि भोर में करीब चार बजे जब वह सो कर उठी तो देखा कि दोनों बेटियों का गला एक ही साड़ी से कसा हुआ था। दोनों के मुंह से झाग निकल रहा था और उनका शव तख्त पर पड़ा था।‌ शांती देवी इस घटना की जानकारी बगल में रह रहे बड़े बेटे सियाराम को दी। सियाराम ने गांव के प्रधान व पड़ोसियों को इस संबंध में बताया तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। 


ग्रामीणों की सूचना पर छपिया प्रभारी निरीक्षक सतानंद पांडेय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो दोनों बहनों का शव साड़ी के फंदे से कसा तख्त पर पड़ा था। प्रभारी निरीक्षक ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों को दी तो पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर व सीओ मनकापुर सौरभ वर्मा भी मौके पर पहुंच गए। एसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया और परिवार के सदस्यों से घटना के संबंध में पूछताछ की।


 हालांकि परिवार के लोग दोनों बहनों की मौत कैसे हुई इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दे सके। हत्या और आत्महत्या में उलझी पुलिस ने डॉग स्क्वायड‌ व फॉरेंसिक टीम भी मौके पर बुला लिया। पुलिस का खोजी कुत्ता काफी देर मृतक बहनों के परिजनों के आसपास घूमता रहा।‌ संदेह के आधार पर पुलिस ने मृतका की मां, उसके बड़े भाई,भाभी व चाचा को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। 


इंटर की छात्रा थी संगीता

घटना में मारी गई दोनों सगी बहनों में से छोटी बहन संगीता इंटरमीडियट की छात्रा थी। जबकि बड़ी बहन सुमन ने आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। मंगल का परिवार काफी गरीब है और मजदूरी कर गुजर बसर करता है। परिवार की किसी से दुश्मनी भी नहीं थी।‌ फिर दोनों बहनों की हत्या किसने की। पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।  



डीआईजी व विधायक भी पहुंचे, ली घटना की जानकारी

 दो सगी बहनों की मौत ने न सिर्फ वासुदेवपुर गांव को बल्कि पूरे पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख दिया है। इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी मिलने पर देवी पाटन मंडल के डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, मनकापुर एसडीएम आकाश सिंह व गौरा विधायक प्रभात वर्मा भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से जानकारी ली। गांव के लोग इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं।‌



पुलिस के गले नहीं उतर रही परिजनों की थ्योरी

दो सगी बहनों की मौत को लेकर मंगल और उसके परिवार की तरफ से बताई गई थ्योरी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। मंगल के पत्नी शांती देवी की माने तो वह एक ही तख्त पर अपने छोटे बेटे रामगोपाल व दोनों बेटियों के साथ सो रही थी। 


ऐसे में कौन अज्ञात लोग आ गए जिन्होने एक ही साड़ी में दोनो बहनों का गला कस दिया और उन्होने चूं तक नहीं की। अगर वह चीखी चिल्लाईं तो उनकी आवाज बगल में सो रही मां और भाई के कानों तक क्यों नहीं पहुंची। अगर आत्महत्या की थ्योरी पर भी गौर किया जाए तो इसकी क्या वजह रही कि दोनों बहनों ने एक साथ मौत को गले लगा लिया। पुलिस के साथ साथ ग्रामीण भी इन सवालों के जवाब तलाश रहे हैं। 


पुलिस अधीक्षक बोले

वासुदेवपुर ग्रांट गांव में दो सगी बहनों का शव मिला है। वह खुद मौके पर हैं। पुलिस घटना में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। साइंटिफिक आधार पर साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। जो भी तथ्य‌ सामने आयेंगे उसके मुताबिक कार्रवाई की जायेगी।  आकाश तोमर , पुलिस अधीक्षक

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