डेस्क:शाहजहाँपुर जनपद के एसपी ऑफिस के सामने मंगलवार को एक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। उसकी पिकअप गाड़ी गायब हो गई थी और इस बारे में उसने पुलिस अधिकारियों को सूचित किया था, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। इस मामले में उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने उसे निराश कर दिया और शिकायत का कोई समाधान नहीं किया।
युवक ने चार दिनों तक पुलिस अधिकारियों से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। अंततः, मंगलवार को उसने एसपी ऑफिस के सामने पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
युवक के परिवार का आरोप है कि उसकी पिकअप गाड़ी को पुलिस ने छीन लिया था और उसको किसी भी तरह की कागजात नहीं दी गई थी। उसके बाद भी, उसे कोई सुनवाई नहीं मिली और उसे थाने से भगा दिया गया।
वही इस बाबत शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, ने बताया कि दिन में करीब 12 बजे ताहिर नाम के व्यक्ति द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने खुद को आग लगाने की घटना हुई। तुरंत हमारे पुलिसकर्मी और हमारे द्वारा तुरंत उसको अस्पताल में भेजा गया। वहां उसका उपचार चल रहा है और अभी ठीक है। अभी तक जो बातें सामने आई है। वह यह है कि एक अन्य व्यक्ति उमेश जिसके साथ यह काम कर रहे हैं, उनके साथ का विवाद सामने आया है। ताहिर अली के नाम से दो गाड़ियां है, जो उमेश तिवारी के द्वारा खरीदी गई थी। जिसका पूरा पैसा उमेश तिवारी के द्वारा आरटीजीएस व चेक के जरिए दे दिया गया था। उसका जो भी किस्त है उसे भी जमा करवाया जा रहा है। जांच के दौरान गाड़ी के कागजात ले लिए गए थे। जबकि ताहिर अली चाहते थे कि दोनों गाड़ियां इनको मिल जाए इसके संबंध में इनको पहले ही बता दिया गया था कि अगर गाड़ियां चाहिए तो न्यायालय जाएं, आज की घटना के संबंध में एसपी सिटी को जांच दी गई है। जांच के दौरान जो भी बात सामने आएगी उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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