बलरामपुर में महिला ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर दी। पुलिस ने 24 घंटे में हत्या का खुलासा कर 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। पढ़ें पूरी खबर।
प्रेम में पागलपन ने ले ली जान: शादीशुदा महिला ने प्रेमी संग मिलकर पति को मौत के घाट उतारा, 7 गिरफ्तार, खून से सना चाकू और मोबाइल भी बरामद
अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर: प्यार में अंधी एक महिला ने अपने ही पति की गर्दन रेत कर हत्या करवा दी। सनसनीखेज मामला बलरामपुर के महाराजगंज तराई इलाके से सामने आया है, जहां एक प्रेम त्रिकोण ने खूनी रूप ले लिया। पुलिस ने 24 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में मृतक की पत्नी भी शामिल है, जिसने अपने प्रेमी संग मिलकर इस हैवानियत को अंजाम दिया।
शादी की खुशियों के बीच बिछा मौत का जाल
गोंडा निवासी हरेंद्र वर्मा (25), अपनी पत्नी उमा के मायके बलरामपुर के जुगली कला गांव आया था। यहां उसके साले की शादी थी और घर में खुशी का माहौल था। लेकिन किसी को क्या पता था कि इन्हीं खुशियों के बीच उसकी मौत की साजिश रची जा चुकी है। रात होते ही गांव के बाहर उसकी गर्दन रेतकर हत्या कर दी गई। जब अगले दिन शव मिला, तो गांव में कोहराम मच गया।
पुलिस की तफ्तीश और चौंकाने वाला खुलासा
सूचना मिलते ही महाराजगंज तराई पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी विकास कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम गठित की। सर्विलांस, फोरेंसिक और स्थानीय पुलिस की संयुक्त पड़ताल के बाद पुलिस ने महज 24 घंटे में इस हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री को सुलझा लिया।
मुख्य आरोपी निकला जितेन्द्र वर्मा जो उमा वर्मा का प्रेमी है। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि उमा और जितेन्द्र के बीच कई सालों से प्रेम संबंध थे, लेकिन परिवार ने उमा की शादी हरेंद्र से करा दी। दोनों इस रिश्ते को भुला नहीं पाए और मिलकर हरेंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
हत्या की प्लानिंग और शामिल साथी
हत्या को अंजाम देने के लिए जितेन्द्र और उमा ने अपने 5 और साथियों को प्लान में शामिल किया। सबने मिलकर कई बार योजना बनाई, लेकिन मौका नहीं मिला। आखिरकार 2 मई की रात उन्होंने हरेंद्र को अकेले पाकर उसका गला काट दिया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर टेड़वा मोड़, कौवापुर रेलवे क्रॉसिंग और महादेव गोसाई पुल के पास से सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल लोग:
जितेन्द्र वर्मा (मुख्य आरोपी), मुकेश कुमार
उमा देवी (मृतक की पत्नी), सचिन यादव
अखिलेश यादव, संतोष और मुकेश साहू
पुलिस ने इनके पास से बरामद किया:
हत्या में इस्तेमाल किया गया खून से सना चाकू, जितेन्द्र के खून लगे कपड़े और जूते, 6 मोबाइल फोन, 2 मोटरसाइकिल
कहा पुलिस अधीक्षक ने:
एसपी विकास कुमार ने कहा, “यह घटना न सिर्फ प्रेम प्रसंग का वीभत्स अंत है, बल्कि इस बात की चेतावनी भी है कि निजी संबंधों में जब अपराध की मिलावट होती है, तो उसका अंत बेहद खतरनाक हो सकता है। बलरामपुर पुलिस ने संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज्म के साथ इस केस को हैंडल किया है।”
पूछताछ में सामने आया सच
उमा और जितेन्द्र ने पुलिस को बताया कि वे एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन जब यह संभव नहीं हो सका, तो दोनों ने हरेंद्र की हत्या की साजिश रच डाली। उनके मुताबिक, “अगर हरेंद्र रास्ते से हट जाए तो हम साथ रह सकते हैं।”
पुलिस टीम को सराहना
इस केस के सफल खुलासे में थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार पांडेय, दिग्विजय यादव, राजकुमार यादव, कांस्टेबल पूजा मिश्रा, स्वाट टीम, सोशल मीडिया सेल और सर्विलांस टीम की अहम भूमिका रही।
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