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भगवान भरोसे नौनिहालों की शिक्षा, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की हकीकत देखनी हो तो आइए, झंझरी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बेहड़वा में जहां एक शिक्षिका के जिम्मे 56 बच्चों की शिक्षा का दारोमदार है। इस विद्यालय में शासन और प्रशासन के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। विद्यालय में शिक्षकों की कमी होने के कारण शिक्षिका को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षा क्षेत्र झंझरी के प्राथमिक विद्यालय बेहड़वा की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शीला चौधरी ने बताया कि विद्यालय में उनके अलावा कोई सहायक शिक्षक नहीं है, जिससे अलग अलग कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाना तथा उन्हें संभालने में दिक्कतें हो रही हैं। शौचालय की स्थिति बदतर है। शौचालय में गन्दगी व्याप्त है, जिससे बच्चे शौच के लिये खेतों में जाने को मजबूर हैं। बुधवार को पत्रकारों की टीम ने विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई की हकीकत परखने की कोशिश की तो व्यवस्था में छेद ही छेद नजर आए। एक ही शिक्षिका के सहारे संचालित विद्यालय की तमाम समस्याएं सामने आईं। शिक्षिका शीला चौधरी ने बताया कि स्कूल में 56 बच्चे नामांकित हैं। एक शिक्षक व तीन रसोइयों की तैनाती है। पेयजल के लिए हैंडपंप लगा है। शौचालय के दरवाजा की कुंडी क्षतिग्रस्त है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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