मुख्यपृष्ठMERI KALAM SEस्त्री की पीड़ा स्त्री की पीड़ा CRIME JUNCTION मार्च 30, 2020 0 हर रात मुझे उस बंद कमरे में नोचा जाता, मेरे जिस्म के एक एक हिस्से को रौंदा जाता , जांघो के बीच से मुझे खंगाल कर भी उसे चैन नहीं आता , इंसानियत को छोड़ वह हर रात एक जानवर बन जाता । रितिका तँवर दिल्ली Tags MERI KALAM SE और नया पुराने
BALRAMPUR...बीसीएम ने 9 दिसंबर तक खरीद किए गए गन्ने का भुगतान किसानों के बैंक खातों में भेजा दिसंबर 15, 2025
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