अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में अभिभावकों और विद्यार्थियों की समस्याओं को समझते हुए डिवाइन पब्लिक स्कूल ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि यह विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने वाला संस्थान भी है। विद्यार्थियों की समस्याओं को ध्यान में रखकर आधार बनवाने के लिए विद्यालय में ही व्यवस्था सुनिश्चित करके अभिभावकों का कार्य आसान किया है ।
विद्यालयों में शिक्षा पर तो ध्यान दिया जाता है, लेकिन अभिभावकों की व्यावहारिक समस्याओं पर कम ध्यान दिया जाता है । ऐसे में डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक की सोच वास्तव में प्रशंसनीय है। बच्चों के पैन कार्ड निर्माण में आधार कार्ड अनिवार्य होने के कारण अनेक अभिभावकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। कई अभिभावकों के पास बच्चों का आधार कार्ड नहीं था और आधार बनवाने के लिए उन्हें दूर-दराज़ के केंद्रों पर जाना पड़ता था। इसी समस्या को गंभीरता से लेते हुए डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधन ने एक आधार कार्ड निर्माण संस्था को कुछ समय के लिए अपने विद्यालय कार्यालय में ही स्थापित कर दिया, जिससे न केवल विद्यालय के बच्चों बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी सुविधा मिल सके। इससे अभिभावकों का समय, पैसा और परेशानी तीनों की बचत हुई। यह कदम वास्तव में अनुकरणीय है। यही नहीं, जब हाल ही में शीतलहर का प्रकोप बढ़ा और अधिकांश सीबीएसई विद्यालय प्रातः 8:20 या 8:30 बजे ही संचालित हो रहे थे, तब डिवाइन पब्लिक स्कूल ने बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए एक महीने के लिए विद्यालय का समय प्रातः 9:00 बजे कर दिया। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और नियमित पढ़ाई दोनों को ध्यान में रखते हुए लिया गया। चाहे बच्चों को प्राकृतिक वातावरण में पढ़ाने की पहल हो या अभिभावकों की समस्याओं का त्वरित समाधान — डिवाइन पब्लिक स्कूल का प्रबंधन हर स्तर पर संवेदनशील और सक्रिय दिखाई देता है। यही कारण है कि बहुत ही कम समय में यह विद्यालय शहर के विश्वसनीय, चर्चित और पसंदीदा विद्यालयों में अपनी पहचान बना चुका है। निस्संदेह, डिवाइन पब्लिक स्कूल आज शिक्षा के साथ-साथ मानवीय मूल्यों का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
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