मोतीगंज थाने का मोह नहीं छोड़ पा रहे स्थानांतरित उपनिरीक्षक
प्रदीप कुमार शुक्ला
गोण्डा। जिले का पुलिस महकमा बहुत विचित्र है। यहां मातहत ही आलाधिकारियों के आदेश को ठेंगा दिखाने का दुस्साहस कर रहे हैं। मामला उपनिरीक्षकों के तबादले से संबंधित है। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मोतीगंज थाने के चार दरोगाओं का तबादला किया गया लेकिन एक माह बाद भी उनकी थाने से रवानगी नहीं की गई। थाने पर अंगद की तरह पांव जमा चुके उक्त स्थानांतरित दरोगा मोतीगंज का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं।
जिले के पुलिस अधीक्षक राज करन नैयर द्वारा मोतीगंज थाने पर तैनात उपनिरीक्षक राजेंद्र यादव, कौशल किशोर पाण्डेय व देवेंद्र नाथ पाण्डेय का तबादला अप्रैल माह में अपराध शाखा में कर दिया गया। इसी क्रम में 14 मई को मोतीगंज थाने में तैनात एसएसआई विनय कुमार यादव का स्थानांतरण मनकापुर कोतवाली के लिए कर दिया गया। तीन उपनिरीक्षकों को एक महीने से अधिक समय बाद भी मोतीगंज थानाध्यक्ष कन्हई प्रसाद द्वारा रिलीव नहीं किया गया। वहीं 14 मई को स्थानांतरित वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनय यादव भी यहां का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। ये सभी मोतीगंज थाने से रवानगी कराने को तैयार नहीं हैं, बल्कि तबादला रोकवाने के लिए जुगाड़ में लगे हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पुलिस अधीक्षक के आदेश का पालन थानाध्यक्ष क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या वजह है कि स्थानांतरित उपनिरीक्षक मोतीगंज का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं?
पांच साल से एक ही थाने पर जमे हैं देवेंद्र पाण्डेय
वर्ष 2015-16 में उपनिरीक्षक देवेंद्र नाथ पाण्डेय की तैनाती मोतीगंज थाने पर की गई थी। अखिलेश यादव द्वारा डायल यूपी 100 की शुरूआत की गई तो इन्हें उसमें भेज दिया गया। करीब तीन साल तक डायल 100 में रहने के बाद जब यह बाहर हुए तो इनका तबादला गोरखपुर हो गया जिसे तिकड़मबाज दरोगा देवेंद्र पाण्डेय ने रोकवा लिया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इन्हें करनैलगंज के लिए स्थानांतरित कर लिया, लेकिन यह वहां भी नहीं गये और कुछ दिन पुलिस लाइन में रहने के दौरान जुगाड़ लगाकर फिर मोतीगंज थाने पर आ गये। इस तरह दरोगा देवेंद्र नाथ पाण्डेय लगातार पांच साल से अधिक समय से मोतीगंज में ही तैनात हैं। डायल 100 पर तैनाती के दौरान भी यह यहीं की पीआरवी पर थे। मोतीगंज थाने से इनका मोह नहीं छूट रहा है और इसमें पुलिस अधीक्षक तक नाकाम दिखाई दे रहे हैं!
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