बलरामपुर ।। यूपी पुलिस को मित्र पुलिस बनाने की ओर बीट सिस्टम को आधुनिक बनाने की कवायद प्रदेश शासन के मंशा अनुरुप बलरामपुर जिले से शुरू कर दिया गया है । आधुनिक बीट सिस्टम प्रणाली का आज बलरामपुर में देवीपाटन मंडल के उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ राकेश कुमार सिंह ने बीपीओ के वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । यह सभी वीट पुलिस ऑफिसर अपने अपने क्षेत्र में जाकर आज से नए तरीके से कार्य को संपादित करेंगे ।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर में पुलिस को जन-जन तक सक्रिय करते हुए अपराधों पर त्वरित नियंत्रण के उद्देश्य से बीट की संख्या में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। अब पूरे जिले में 135 बीट बना दिए गए हैं। सभी बीटों पर दो-दो बीपीओ तैनात कर दिए गए हैं। सभी बीपीओ को एक बाइक, अलाउंस स्पीकर, पिस्टल तथा नियंत्रण की सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। बीपीओ टीम को हरी झंडी दिखाने के बाद पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ राकेश सिंह ने कहा कि देवीपाटन मंडल और संभवत प्रदेश का यह पहला जनपद है जहां पर बीपीओ को नई तकनीक के आधार पर आज से शुरू किया जा रहा है। हालांकि यह पूरे प्रदेश में लागू होना है और अन्य जनपद भी लगातार इसे अब लागू भी करेंगे । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शासन ने चाहा था बखूबी उसी तरीके से पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बीपीओ को तैयार करके जिले में तैनात कर दिया है। उम्मीद है कि सभी बीपीओ अपने अपने क्षेत्र में जनता को त्वरित न्याय दिलाने के साथ-साथ उनके साथ मित्रवत व्यवहार करेंगे ।
बीट पुलिस ऑफिसर के प्रमुख कार्य
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि जिले में अपराधों पर नियंत्रण के उद्देश्य से बीटों की संख्या में भी बढ़ोतरी कर दी गई है । अब जिले भर में 137 बीट बनाए गए हैं, जिन पर दो दो बीट पुलिस ऑफिसर कुल 274 बीपीओ की तैनाती कर दी गई है । सभी को प्रशिक्षण प्रदान करके पिस्टल भी उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि अपराधों पर नियंत्रण के लिए त्वरित कार्यवाही समय से कर सकें । उन्होंने कहा कि पुलिस को आधुनिक बनाने से लोगों को पुलिस की तत्काल सहायता मिल पाएगी। किसी भी अनैतिक अथवा गैर कानूनी गतिविधियों के समय बड़ी संख्या में पुलिस बल कम समय में मौके पर उपलब्ध हो सकेगा । सभी टीम को एक बाइक, अलाउंस माइक के साथ अन्य किट भी उपलब्ध करा दिए गए हैं । उन्होंने कहा कि बीपीओ के प्रमुख आठ कार्य निर्धारित किए गए हैं, जिनमें उनसे संबंधित क्षेत्र के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों तथा संभ्रांत व्यक्तियों तथा वहां की जनता से कम्युनिकेशन बना कर रखना है। क्षेत्र के पेशेवर अपराधियों के विषय में पूरी जानकारी तथा निगरानी करनी है। सभी बीटो के बीपीओ अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करके अपराध पर नियंत्रण तथा पुलिस के प्रति लोगों को जागरूक करना है। समय-समय पर चेकिंग के माध्यम से बैंक, पेट्रोल पंप, सर्राफा की दुकान आदि जगहों पर अपराधियों को संदेश देना है। न्यायालयों द्वारा जारी समन को संबंधित व्यक्ति तक सा समय पहुंचाना होगा। इसके अलावा समय-समय पर संबंधित विषयों के प्रति लोगों को सचेत मुनादी करनी होगी। बीट की बीपीओ टीम सभी प्रकार के सत्यापन कार्य को भी अपने क्षेत्र में संपादित करेगी, जिसमें शस्त्र लाइसेंस व अन्य तरह के लाइसेंस प्रणाली भी सम्मिलित है । आठवां एवं महत्वपूर्ण कार्य बीपीओ की कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा मास्क की अनिवार्यता तथा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति सचेत करना होगा । इसके अलावा समय-समय पर अन्य संबंधित कार्यों की भी जानकारी उन्हें प्रदान किया जाता रहेगा । उन्होंने कहा कि बीट सिस्टम कोई नई प्रणाली नहीं है। बीट सिस्टम पुलिसिंग की काफी पुरानी पद्धति है परंतु इसे अब अपग्रेड करते हुए नए तरीके से प्रभावी करने का प्रयास किया गया है । पुलिस अधीक्षक के इस प्रयास का पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन मंडल डा0 राकेश कुमार सिंह ने भी काफी प्रशंसा की । इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र व सभी तहसीलों के पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित सभी 13 थानों के थानाध्यक्ष प्रभारी निरीक्षक एवं बीपीओ मौजूद थे ।
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