शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। आपराधिक घटनाओं को लेकर प्रभावी कार्रवाई न देख कप्तान का पारा चढ़ गया। नाराज एसपी ने दीवान को लाइनहाजिर किये जाने का फरमान सुनाया। वहीं निरीक्षक (अपराध) के खिलाफ विभागीय जांच व कार्यालय मुंशी के अर्दली रूम कराये जाने का भी आदेश दिया। एसपी अभिषेक सिंह शनिवार को अपरान्ह अचानक लालगंज कोतवाली आ धमके। एसपी ने हत्या, बलवा का रजिस्टर तथा चुटहिलों की मेडिकल रिर्पोट तलब की। कप्तान ने बीट आरक्षियों के द्वारा भी किये जाने वाली कार्रवाईयों का ब्यौरा मांगा। अभिलेखो को अधूरा देख कप्तान नाराज हो उठे। हत्या के प्रयास के एक मुकदमे मे मेडिकल रिर्पोट होने के बावजूद धाराओ मे बढोत्तरी न देख एसपी का पारा चढ़ गया। नाराज कप्तान ने कोतवाली के दीवान राजेश सिंह को लाइनहाजिरी का फरमान सुनाया। कोतवाल को फौरन दीवान की रवानगी कराए जाने का भी आदेश दिया। वहीं कोतवाली मे अपराध के पर्यवेक्षण के लिए तैनात किये गये निरीक्षक रामसिंह को भी लापरवाही पर एसपी की जमकर फटकार झेलनी पडी। निरीक्षण मे मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक को कप्तान ने निरीक्षक रामसिंह के खिलाफ विभागीय जांच शुरू किये जाने के निर्देश दिये। कार्यालय मे तैनात मुंशी दीपिका यादव भी अभिलेखो को समुचित ढंग से तैयार नहीं कर सकी थी। इस पर भी एसपी ने डांट फटकार लगाई। नाराज कप्तान ने कोतवाल राकेश भारती को भी कर्रा करते हुए आगाह किया कि गंभीर आपराधिक मुकदमें फौरन दर्ज किये जाय। वहीं शातिर बदमाशो को चिन्हित कर उनकी हिस्ट्रीसीट तैयार कर कडी निरोधात्मक कार्रवाई की जाये। एसपी का चढा पारा देख मातहत दरोगाओं की भी घंटो घिघ्घी बंधी दिखी। निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी दिनेश द्विवेदी भी मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ