कृष्ण मोहन
मनकापुर गोण्डा।। अचानक सरयू नहर में तेज रफ्तार से पानी छोड़े जाने के कारण नहर की दुसरी पटरी भी कट गई , जिससे सैकड़ों बीघे खेतों में जलभराव हो गया।
बताते चले कि बीते 19 जून को सरयू नहर में पानी आने से कन्धई जोत (गैजडा) गांव के पास नहर के उत्तर तरफ की पटरी कट गई थी जिससे सैकड़ों बीघे में पानी भर गया जिसे नहर विभाग के कर्मचारियों ने जेसीबी से बंधवा दिया था। लेकिन उफनाई सरजू नहर खंड 3 में उसी जगह के समीप दक्षिण की पटरी करीब 5 मीटर पानी की धार से कटकर बह गई जिसे दक्षिण तरफ की भी सैकड़ों बीघे खेत जलमग्न हो गया। पानी की धार को रोकने के लिए कन्धई जोत गांव के लोगों ने घर से बोरिया ले जाकर मिट्टी भरकर किसी तरह से नहर के पानी को रोका।
कन्धई जोत गांव के लोगों ने बताया कि बार बार नहर का पानी कटने का मुख्य कारण गांव के समीप बन रहे अंडर ग्राउंड साइफन है जिसे ठेकेदार द्वारा खुदाई कराने के बाद नहीं बनवाया और अर्ध निर्मित नहर की पटरी बार-बार कट जाती है जिसे कन्धई जोत गांव के लोगों के खेतों में लगी फसल डूब कर बर्बाद हो जाती हैं।बिदित हो कि सरयू नहर खण्ड 3 बेनीपुर रजवाहा की दो दशक पूर्व नहर की खुदाई हुई है। तब से पहली बार उक्त नहर का पानी कन्धई जोत पहुंचा और वहां के लोगों के लिए मुसीबत बन गया।कन्धई जोत गांव के पास अचानक नहर का पानी पहुंचने से माइनर का निर्माण के लिए खुदाई की गई जगह पर पानी पहुंचते ही नहर कट गई और सैकड़ों बीघे खेतों में पानी भर गया।और फिर नहर की दूसरी पटरी भी कट गई जिससे सैकड़ों बीघा में पानी भर गया।
कन्धई जोत निवासी राम बरन मिश्रा,काशी राम मिश्रा, केदारनाथ मिश्रा,पारस नाथ मिश्रा, वेदप्रकाश मिश्रा, माधव, समेत दर्जनों लोगों ने सरयू नहर की उच्च अधिकारियों से तत्काल साइफन निर्माण कराएं जाने व कटी नहर को ठीक कराएं जाने की मांग की है।
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