वीएनके इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने किया पौधरोपण
कृष्ण मोहन
गोण्डा । भारत राष्ट्र की संस्कृति एवं सभ्यता वनों में ही पल्लवित तथा विकसित हुई है। यह एक तरह से मानव का जीवन सहचर है। वृक्षारोपण मानव समाज का सांस्कृतिक दायित्व भी है, क्योंकि वृक्षारोपण हमारे जीवन को सुखी, संतुलित बनाए रखता है। यह बात विद्या नगर किसान इंटर कॉलेज मोतीगंज के प्रांगण में वृक्षारोपण करने के दौरान उपस्थित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य राधामोहन पाण्डेय ने कही।
उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से 7 जुलाई तक प्रदेश में वन महोत्सव सप्ताह मनाया जाता है। इसी के मद्देनजर रविवार को वृक्षारोपण किया गया। पाण्डेय ने कहा कि हमारे यहां के ऋषि मुनियों ने वृक्षों की छांव में बैठकर चिंतन-मनन के साथ ही ज्ञान के भंडार को मानव को सौंपा है। वनों की ही गोद में गुरुकुल की स्थापना की गई थी। इन गुरूकुलों में अर्थशास्त्री, दार्शनिक तथा राष्ट्र निर्माण के कार्य में लगने वाले बंधु शिक्षा ग्रहण करते थे। इसलिए वृक्षारोपण हमारी संस्कृति में समाहित है।
भारत में जहां वृक्षारोपण का कार्य होता है, वहीं इन्हें पूजा भी जाता है। कई ऐसे वृक्ष हैं, जिन्हें हमारे हिंदू धर्म में ईश्वर का निवास स्थान माना जाता है, जैसे- नीम, पीपल, आंवला, बरगद आदि। जिन वृक्षों की हम पूजा करते हैं, वह औषधीय गुणों का भंडार भी होते हैं। यह हमारे स्वास्थ्य को उन्नत रखने में हमारी सहायता करते हैं।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ