जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग सभागार में निवर्तमान प्राचार्य एवं पूर्व विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग प्रोफेसर एन के सिंह का सम्मान एवं विदाई समारोह विभाग के विभागाध्यक्ष सहित समस्त शिक्षकों द्वारा किया गया। विदाई समारोह के दौरान निवर्तमान प्राचार्य ने अपनी 216 पुस्तकों को महाविद्यालय के लाइब्रेरी को समर्पित किया ।
जानकारी के अनुसार एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित विदाई कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहंता, विशिष्ट अतिथि एवं महाविद्यालय प्रबंध समिति के संयुक्त सचिव वी के सिंह ने निवर्तमान प्राचार्य डॉ एनके सिंह के सफलतम सेवाकाल की बधाई देते हुए उनके सपरिवार सुखद एवं स्वस्थ भविष्य की कामना की । सम्मान के इस क्रम में विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग डॉक्टर दिव्य दर्शन तिवारी ने अभिनंदन पत्र प्रस्तुत करते हुए उन्हें एक अत्यंत लोकप्रिय शिक्षक, प्रशासन एवं प्रेरणादाई व्यक्तित्व बताते हुए आने वाले पीढ़ियों को इस विरासत को संभाले रखने का आवाहन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के यशस्वी प्राचार्य डॉ आर के सिंह ने एक सफल एवं कुशल प्राचार्य के रूप में संबोधित किया और समस्त शिक्षकों आवाहन करते हुए निवर्तमान प्राचार्य से प्रेरणा लेनी चाहिए। महाविद्यालय के मुख्य नियंता डॉ पी के सिंह ने सदैव सहायता हेतु तत्पर रहने वाला व्यक्तित्व बताते हुए उनके मानवीय गुणों की प्रशंसा की ।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डॉ राजीव रंजन ने अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए निवर्तमान प्राचार्य द्वारा छात्रों को दिए गए मार्गदर्शन का उल्लेख किया तथा एक वास्तविक गुरु एवं मार्गदर्शक के रुप में निवर्तमान प्राचार्य को भावता पूर्ण विदाई संदेश दिया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आर के पांडे सर ने निवर्तमान प्राचार्य द्वारा नैक और विद्यालय की प्रगति में दिए गए योगदान को अभूतपूर्व बताया । कार्यक्रम में विभागीय शिक्षकों ने उन्हें अंग वस्त्र, अभिनंदन पत्र तथा भेंट द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभागीय शिक्षक डॉ सुनील कुमार श्रीवास्तव, अजय कुमार, योगेश कसौधन, डॉ पंकज गुप्ता एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी समरजीत यादव, योगेंद्र सैनी, जग प्रसाद, देवी दयाल, रामप्रसाद व अजय सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे । कार्यक्रम के अंत में निवर्तमान प्राचार्य द्वारा 216 पुस्तकों को विभागीय पुस्तकालय को समर्पित कर एक नए परंपरा की शुरुआत की।
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