बलरामपुर ।। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तथा केंद्र की मोदी सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लगातार कई योजनाओं का संचालन कर रही है । अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कई योजनाओं का संचालन शुरू किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाने के उद्देश्य से यूरोपीय संघ द्वारा पोषित कार्यक्रम के तहत चाइल्ड फंड इंडिया के सहयोग से प्रदेश के 15 जनपदों में नागरिक संगठनों के सशक्तिकरण द्वारा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का शुभारंभ आज वर्चुअल कार्यक्रम के द्वारा किया गय। जनपद बलरामपुर में योजना की जिम्मेदारी स्वयं सेवी संस्था तराई इन्वायरमेंट अवरेनेस समिति को सौंपा गया है । बुधवार को संस्था कार्यालय पर मुख्य अतिथि कृषि उपनिदेशक डॉक्टर प्रभाकर सिंह की मौजूदगी में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।
संस्था के सचिव अजय कुमार मिश्र ने बताया कि सरकार ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से नागरिक संगठनों के सशक्तिकरण द्वारा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम की शुरुआत यूरोपीय संघ की सहायता से करने जा रही है। इसी कार्यक्रम को आज वर्चुअल तरीके से लांच किया गया । उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 10 जनपदों का चयन किया गया है। चयनित जनपदों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 10 जिले अंबेडकर नगर, आजमगढ़, बाराबंकी, बलरामपुर, बस्ती, फैजाबाद, महाराजगंज, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर तथा सुल्तानपुर शामिल हैं ।कार्यक्रम के तहत प्रत्येक जनपद में 15 गांव का चयन करके प्रत्येक गांव से सौ-सौ महिलाओं को सशक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । बलरामपुर में कार्यक्रम के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी तराई इनवायरमेंट अवेयरनेस समिति को सौंपी गई है । संस्था के कार्यालय पर आज कार्यक्रम का वर्चुअल प्रोजेक्ट लांच किया गया । उन्होंने बताया कि जनपद के 15 गांव कलंदरपुर, राघवापुर, हंसुवाडोल, बगाही, भीखपुर, बरईपुर, सोनपुर, चिरैया, कोइलिहा, सेखुईकला, पयागपुर, ढ़ोढ़री, बरांव, जेवनार तथा बेलवा सुल्तानजोत को चयनित किया गया है । प्रोजेक्ट लांचिंग कार्यक्रम में चयनित गांव की महिला किसानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर प्रभाकर सिंह ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में तथा किसानों के उत्थान हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं का आवाहन किया कि वह कृषि के क्षेत्र में अपने आर्थिक आय को बढ़ाने के लिए समूह के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े और योजनाओं का लाभ लेते हुए अपने आर्थिक स्थिति को मजबूत करें। इस योजना का उद्देश्य भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं व लड़कियों को उन्हीं के क्षेत्र में जलवायु सूचना, व्यवसायिक वातावरण तथा तमाम सुविधाओं को मुहैया कराते हुए आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना है । कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल पुष्टाहार विभाग के सीडीपीओ रमेश शर्मा, महिला प्रतिभागी किसान सीलम, अनीता, चंपा देवी, गीता शर्मा तथा महिला समूह सखी शालिनी देवी सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ