जनपद बलरामपुर तुलसीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवीपाटन सिरिया नाला के निकट पूरब की तरफ दलित बस्ती को बिना सूचना दिए हुए पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने घर में रह रहे बच्चों एवं महिलाओं को बाहर भगा कर तथा जेसीबी लगाकर कई मकानों को गिरा दिया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा किया गया यह कार्य चर्चा का विषय बना हुआ है । पीड़ित दलित परिवारों ने थाने पर तहरीर देकर अधिकारियों द्वारा जातिसूचक गाली देने का आरोप लगाया है । आरोपों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल तहरीर में दिए गए अधिकारियों के खिलाफ हरिजन एक्ट मुकदमा कायम हुआ, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार देवीपाटन निवासी मातादीन, प्रकाश, शंकर, रामबरन, चिनगुद सहित कई अन्य लोगों ने थाने पर तहरीर दिया है कि सीरिया नाले के पूर्व दिशा पर स्थित कई दलितों के मकान बना थे जो अपने परिवार बच्चों के साथ लगभग 20 वर्षों से निवास कर रहे थे । तहरीर में कहा गया है कि सभी निवासी बहुत ही गरीब व दलित वर्ग के हैं । अचानक गुरुवार दोपहर लगभग एक बजे जेसीबी मशीन लेकर पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता मेघ प्रकाश, अवर अभियंता बेचन राम व डीएन श्रीवास्तव, अनूप कुमार, अनुचर प्रमोद कुमार बिना किसी पूर्व सूचना के जेसीबी मशीन से मकान तोड़ने लगे। मना करने पर दलित परिवार की महिलाओं को गाली गलौज देकर बाहर भगाने लगे। अधिकारी व देवीपाटन निवासी राजेश तिवारी ने जातिसूचक गाली देते हुए धक्का-मुक्की की । अधिकारियों ने बगैर कुछ सुने खड़े होकर मकान गिरवा दिए। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक इकरार अहमद ने बताया कि तहरीर के अनुसार सभी लोगों के खिलाफ हरिजन एक्ट के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है, तथा मामले की जांच की जा रही है।
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