अखिलेश्वर तिवारी/अश्वनी गुप्ता
तुलसीपुर बलरामपुर ।। डब्लूएचओ यूनिसेफ एवं वई विजन इंडिया के तत्वाधान में धर्म गुरुओं के वर्चुअल सम्मेलन आयोजित किया गया । सम्मेलन में देवीपाटन मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी ने भी जिले की ओर से धर्म गुरु के रूप में प्रतिनिधित्व किया ।
तुलसीपुर के देवीपाटन में डब्लूएचओ यूनिसेफ एवं वई विजन इंडिया के तत्वाधान में आयोजित धर्म गुरुओं के वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए शक्ति पीठ देवी पाटन मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी ने कहा कि कोविड-19 महामारी पूरे विश्व में फैली हुई है। इस महामारी के चपेट में आने से लाखों लोग जान से हाथ धो चुके हैं। हमारे भारतीय वैज्ञानिक इसके उपचार व बचाव के लिए दिनरात एक कर वैक्सीन का शोध कर रहे हैं, जिसका परिणाम जल्द ही भारत वासियों को मिलेगा और लोग इस गंभीर बीमारी से निजात पा सकेंगे। कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति को घृणा की दृष्टि से कतई ना देखें वह भी हमारे समाज का ही अंग है और हमारे समाज रूपी परिवार का सदस्य है। संक्रमण किसी को भी हो सकता है । इसलिए जनमानस से मेरी अपील है कि ऐसे लोगों के साथ परस्पर सहयोग बरतें। उन्होंने कहा कि इस महामारी में समाज के अग्रदूत के रूप में कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का योगदान अविस्मरणीय हैं । समाज द्वारा इनका जितना सम्मान किया जाये वो कम है। स्वास्थ्य कर्मियों ने जिस प्रकार दिन रात एक करते हुए वैश्विक महामारी में पीड़ित एवं उनके परिवारों के साथ खड़े रहे हैं । उनके इस प्रयास की महन्त मिथलेश नाथ योगी ने प्रशंसा किया। उन्होंने कोविड़ 19 को लेकर लोगों के अंदर संक्रमित व्यक्ति के विषय में जो भ्रांतियां फैली हैं उसे दूर करने के लिए जनमानस से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई भेदभाव ना करें। उपेक्षा की नजरों से उसे न देखें, यथासंभव उसे प्रोत्साहित करें। इसके साथ ही महन्त मिथलेश नाथ योगी ने कहा देश व प्रदेश की सरकार युद्धस्तर पर कोविड 19 से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मास्क तथा सेनेटाइजर एवं साफ सफाई हेतु जो दिशा निर्देश समय समय पर जारी कर रही हैं उसके पालन को अपना नैतिक दायित्व समझते हुए उसका पालन करे। बताते चले की इस कार्यक्रम के आयोजन में उत्तर प्रदेश के 47 जिलों के 250 धर्म गुरुओं एवं समाज के संभ्रांत नागरिकों के समूहों के लोगों ने शामिल होकर अपने विचार व्यक्त किये। स्फीयर इंडिया के मुख्यकार्यकारी अधिकारी विक्रांत महाजन ने सभी का स्वागत करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया । उन्होंने वैश्विक महामारी में धर्मगुरुओ के योगदान एवं प्रयासों को सरहानीय बताते हुए कहा कि धर्मगुरुओं के हस्तक्षेप से ही समाज में फ़ैल रहे भेदभाव ऊँच नीच के भाव एवं समाज में बढ़ रही दुरी को कम किया जा सकता है। धर्मगुरुओं की उपस्थिती ही कोरोना के प्रति लोगो में जागरूकता लाने का एक सशक्त साधन सिद्ध हो रहा है।
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