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GONDA: ये कैसा संयोग ?? नियुक्ति की वर्षगांठ के दिन सड़क हादसे में शिक्षिका को मौत ने निगल लिया


        शिक्षिका शिल्पा वर्मा की फाइल फोटो
ओ• पी• भारती
वज़ीरगंज : सोमवार को एक शिक्षिका की कस्बे में सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गयी। शिक्षिका शिल्पा वर्मा जनपद अयोध्या के बीकापुर कोतवाली अंतर्गत ग्राम चौधरी नगर चांदपुर की निवासिनी हैं। इनकी नियुक्ति वज़ीरगंज के प्राथमिक विद्यालय नगवा तृतीय में सहायक अध्यापिका पद हुई थी। हादसा सोमवार की सुबह लगभग 09 बजे पुरानी मस्जिद के सामने उस समय हुई जब वह अपने बहनोई के साथ बाईक से विद्यालय ड्यूटी पर जा रही थी। बाइक चला रहे शिक्षिका के बहनोई दुर्गा प्रसाद वर्मा निवासी मिझौली किसुनदासपुर थाना तारुन अयोध्या भी गम्भीर रूप से घायल हो गए। घायल दुर्गा प्रसाद को स्थानीय सीएचसी पर प्राथमिक उपचार के बाद जिलाअस्पताल रेफर कर दिया गया। शिक्षिका शिल्पा वर्मा की 07 सितंबर 2018 में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति हुई थी, इस खुशी में विद्यालय में किटी पार्टी का आयोजन भी किया गया था। शिल्पा के विद्यालय पहुँचने से पहले मौत ने उन्हें अपनी आगोश में ले लिया। मृत्यु की खबर सुनकर विद्यालय स्टाफ की होने वाली पार्टी की खुशियां शोकाकुल में बदल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता शिव प्रसाद वर्मा की तहरीर पर टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जिस दिन नियुक्ति पाकर अध्यापक बनी, उसी दिन मौत ने जिंदगी छीन ली


भगवान ने ये कैसी खुशियां दी कि जिस दिनांक को शिल्पा सहायक अध्यापिका बनी उसी तारीख को हादसे में उसकी जान चली गई। शिक्षिका शिल्पा वर्मा की 07 सितंबर 2018 को सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति हुई थी। ये अपने बहनोई के साथ गोण्डा मुख्यालय पर रहकर विद्यालय आती - जाती थी। इनके बहनोई दुर्गाप्रसाद वर्मा मिझौली किसुनदास पुर रूपापुर थाना तारुन अयोध्या के निवासी थे, तथा गोण्डा के महेंद्रा कोचिंग में पढ़ाते थे। शनिवार को दोनों घर चले गए। सोमवार को वापस विद्यालय आते समय टैंकर की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गयी। जबकि बाइक चला रहे शिक्षिका के बहनोई दुर्गा प्रसाद वर्मा भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका इलाज जिलाअस्पताल में चल रहा है।सोमवार को शिक्षिका की नियुक्ति की वर्षगांठ थी जिस संदर्भ में उन्होंने विद्यालय में किटी पार्टी का आयोजन भी कर रखा था। विद्यालय में अन्य सहकर्मी शिक्षिका की प्रतीक्षा कर रहे थे, कि हादसे की सूचना आ गयी। विधाता ने जिस तारीख को नियुक्ति का संयोग मिलाया था उसी तारीख को उसे अपने पास बुला लिया । घर वालो की खुशियां चंद दिनों में ही काफूर हो गई। शिल्पा के परिवार वालो का रो रो कर बुरा हाल है । फ़िलहाल घटना से शिक्षक समुदाय सदमें में है।

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