720 ग्राम पंचायतों में लगाई गई हैं कुल 1204 टीम
4 निकाय क्षेत्रों में सर्विलांस कर रही हैं कुल 64 टीम
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। जिले को कोरोना से मुक्त करने के लिए पूरे जनपद में डोर टू डोर सर्विलांस निरन्तर जारी है। कुल 1360 टीम कोरोना मरीजों के सर्विलांस में लगी हुई हैं। इन टीम ने अभी तक कुल 80 हजार से अधिक लोगों की सैम्पलिंग की है। यह टीमें प्रतिदिन 1500 से अधिक लोगों की सैम्पलिंग कर रही हैं।
मुखय चिकित्साधिकारी डॉ. हरगोविन्द सिंह ने बताया कि जिले में डोर-टू-डोर सर्विलांस अभियान निरन्तर जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में 794 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष कुल 1204 टीमों को लगाया गया है। वहीं 4 निकाय क्षेत्रों में 64 वार्ड के सापेक्ष कुल 146 टीम लगी हैं। यह टीमें जिनमें चिकित्साधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही अंग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता लगे हुए हैं उनके द्वारा पूरे जनपद में अब तक 80 हजार से अधिक सैम्पलिंग की जा चुकी है। टीम के सदस्य उन्हीं की सैम्पलिंग करते हैं जिनके अन्दर किसी भी प्रकार के कोरोना से सम्बन्धित लक्षण होते हैं। रैण्डम चेकिंग करके जिले में कोरोना के प्रसार का भी मूल्यांकन किया जा रहा है। जिले की सारी सैम्पलिंग टीम मिलकर प्रतिदिन 1500 से अधिक सैम्पल एकत्रित कर रही हैं तथा उन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है। 108 एम्बुलेंस सेवा का वर्तमान में औसत समय 15 मिनट तथा एसएलएस एम्बुलेंस सेवा का औसत समय 9 मिनट रहा है। खलीलाबाद के बरदहिया मुहल्ले के निवासी रामदयाल पाठक बताते हैं कि डोर टू डोर सर्विलांस के दौरान ही उनकी सैम्पलिंग हुई थी, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। समय रहते इलाज हुआ और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
डोर टू डोर सर्विलांस से जिला होगा मुक्त
कोरोना रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डॉ. एके सिन्हा बताते हैं कि डोर टू डोर सर्विलांस एक बेहतर विकल्प है। जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए डोर टू डोर सर्विलांस के दौरान कोरोना के संभावित मरीजों के साथ ही रैण्डम सैम्पल भी लिए जा रहे हैं। डोर टू डोर सर्विलांस टीम ऐसे लोगों को चिन्हित करके सैम्पलिंग टीम को बुलाती है तथा उनके सैम्पल लिए जाते हैं। ऐसा करने से जिले में कोरोना के प्रसार का रेसियो भी पता चलता है। वर्तमान समय में कोरोना पॉजिटिव होने की दर 2 से 3 प्रतिशत के बीच में है। यह राज्य औसत से कम है।
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