वासुदेव यादव
अयोध्या। सरयू तट निकट श्री माधव कुंज मंदिर में मंगलवार की सुबह स्वामी श्री श्री 1008 ब्रह्मलीन श्री बेनी माधवदास जी महाराज की 16वीं पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। यह आयोजन महामंडलेश्वर श्री शिवरामदास जी फलाहारी के पावन सानिध्य में मनाया गया। इस मौके पर मंदिर में विधि-विधान पूर्वक काल विशेष पूजन अर्चन व धार्मिक कार्यक्रम हुए।
इसके उपरांत साकेतवासी स्वामी बेनीमाधवदास के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके शिष्य महामंडलेश्वर श्रीशिवरामदास जी फलाहारी महाराज ने उनको अद्वितीय व प्रकांड धार्मिक सन्त बताया। उन्होंने बताया कि स्वामीजी का व्यक्तित्व काफी विशाल रहा। वे निर्मल छवि, त्याग व तपस्या के प्रतिमूर्ति रहे। उनकी महिमा अनन्त रही है। उन्होंने अपने बहुत से शिष्य को अच्छा मार्ग प्रदान किया। उनके शिष्य अन्यंत्र जगहों पर है। स्वामीजी का सानिध्य हम सबको सदमार्ग प्रदान करता है। जबकि स्वामी अंगद दास जी ने कहा कि स्वामी बेनी माधव दास जी सन्तो में महान संत थे। उनकी कमी खलती है लेकिन आज भी उनकी कृपा हम सब पर बनी है। इसके उपरांत अयोध्या के अन्य सन्त महंत शिष्यों ने भी उनके व्यक्तित्व व कृतत्व में व्यापक प्रकाश डाले। इसके बाद सन्त महंत व शिष्यों का विराट भंडारा आयोजित किया गया।
जिसमें अयोध्या के महंत सुरेश दास, महंत जनमेजयशरण, डॉ रामानन्द दास, श्रीराम मंदिर शांति भवन बिहार के महंत भरतदास महराज, स्वामी अगन्ददास, महंत धर्मदास, महंत मैथिली रमण शरण, महंत उमेशदास, महंत बृजमोहनदास, महंत प्रेमदास, महंत प्रेमशंकरदास, महंत रामभवनदास,महंत रामप्रियदास,सुधीरदासजी सन्त दास अहित अन्य सन्त शिष्य शामिल रहे। कार्यक्रम में समागत लोगो का महामंडलेश्वर स्वामी श्री शिवरामदास जी फलाहारी ने अंग वस्त्र व दक्षिणा आदि भेंटकर स्वागत सत्कार किया।
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