किसानों की भलाई के लिए लागू किया गया किसान बिलएक राष्ट्र, एक बाजार’ का सपना होगा पूरा
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। राजनीतिक दलों का वर्तमान रवैया उनके दोहरे चरित्र को प्रदर्शित करने वाला है। केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से किसानों की भलाई के लिए कृषि कानून लागू किए गए हैं, तो विरोधी दल भोले-भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं। राजनीतिक दलों द्वारा कृषि कानूनों का विरोध करने व भारत बंद का किए गए समर्थन उनके दोहरे रवैया को दर्शाता है। यह बातें भाजपा जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्र ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहीं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस कानून का विरोध कर रही है, वही कानून यूपीए सरकार लेकर आई थी और आज इसका विरोध स्वंय कर रही है।पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शासनकाल में तत्कालीन कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्यों को पत्र लिखा था और एपीएमसी एक्ट को किसानों के लिए बेहतर बताया था। यूपीए सरकार के दौरान सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने भी एपीएमसी एक्ट का समर्थन किया था, जिनका आज विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले छह वर्षो में किसानों की भलाई के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं, चाहे वह किसान सम्मान निधि हो, किसान बीमा हो और अब कांग्रेस और उसके सहयोगी दल किसानों को अपना हथियार बना रहे हैं। कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में भी एपीएमसी एक्ट लाने की बात कही थी। यूपीए शासन के दौरान सभी पार्टियों ने एपीएमसी एक्ट को लागू करने का समर्थन किया था पर अब वो इसका विरोध कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस कानून का विरोध करने वाले राजनीतिक दल जन विश्वास के साथ कुठाराघात कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस सिंडिकेट’ केवल बिचौलियों के हितों के लिए कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर भय और भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है। कृषि सुधारों से बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिलेगा। भाजपा अध्यक्ष हरिओम मिश्र ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों को सशक्त बनाने के लिए कदम उठा रही है लेकिन कांग्रेस उन्हें “गुमराह” करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि अब किसानों को अपनी उपज बेचने का नया अवसर मिलेगा जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य और सरकार द्वारा की जाने वाली खरीद जारी रहेगी। ‘एक राष्ट्र, एक बाजार’ का सपना अब पूरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के गांवों और किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं और हर कीमत पर उनके अधिकारों की रक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सबसे हास्यप्रद यह है कि पंजाब हरियाणा में जहां किसान बिल लागू नहीं हुआ है वहां पर किसान आंदोलन कर रहा है इससे साबित होता है कि किसानों के बल पर विपक्षी बौखला कर अपनी जमीन तलाश रहा है।उन्होंने कहा कि बेल्हा में बंद का आह्वान पूरी तरह निष्प्रयोज्य और विफल रहा है। कहीं भी कोई किसान आंदोलन पर नहीं है जो भी हो रहा है वह विपक्षी दलों द्वारा किया जा रहा है। इस मौके पर भाजपा किसान मोर्चा के केके सिंह,राजेश सिंह ,जिला मीडिया प्रभारी राघवेंद्र नाथ शुक्ल रहे।
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