शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ । इंडियन डेंटल एसोसिएशन के तत्वधान में नगर के एक प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय दंत दिवस के अवसर पर समस्त दंत चिकित्सकों की एक बैठक संपन्न हुई। उक्त अवसर परसेक्रेटरी डॉ अजय सिंह ने कहा कि दांत एवं मुख के रोगी दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं दांत शरीर का अहम हिस्सा है, पाचन तंत्र की शुरुआत हमारे मुख से ही होती है क्योंकि हमारे द्वारा सेवन किए गए आहारों को टुकड़ों टुकड़ों में बांटकर यह पाचन लायक बनाता है। दांत स्वस्थ नहीं होने से ना हीं हम ढंग से खाना खा सकते हैं और ना गर्म तथा शीतल पेय पदार्थों का ही सेवन कर सकते हैं।डॉ अनवर ने कहा कि दांत स्वस्थ ना होने से दांतों में ढीलेपन से मधुमेह का खतरा तथा खराब मसूड़ों से दिल को खतरा वह बैक्टीरियल एंडोकार्डाइटिस जैसे रोग भी हो सकते हैं। अवंतिका पांडेय ने कहा कि सप्ताह में एक-दो बार फ्लॉसिंग जरूर करें इससे दांतों में जमी गंदगी निकलने से उनके खराब होने का खतरा कम हो जाता है तथा यह तो सभी जानते हैं कि दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए लेकिन ब्रश खरीदते समय इसका भी ध्यान रखें कि ब्रश के बाल नरम हो ताकि दांतों के इनेमल को नुकसान ना पहुंचे, कोल्ड ड्रिंक ज्यादा पीने से दांतो को काफी नुकसान पहुंचता हैऔर डिब्बाबंद जूस में मिठास ज्यादा होने से इसके सेवन से भी दांत खराब होने लगते हैं इसके बजाय ताजा जूस पीने से दांतो को कोई हानि नहीं पहुंचती और सेहत भी बेहतर होती जाती है।डॉक्टर सुधाकर सिंह ने कहा कि कुछ लोग तनाव और नींद की कमी के चलते अपने दांतो को आपस में रगड़ने लगते हैं जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं। डॉ दीपक शुक्ला ने बताया कि फास्ट फूड और दातों पर चिकन चिपकने वाले व्यंजन दातों पर एक परत बनाते हैं इसे प्लाक कहते हैं जिसे अगर 12 घंटे तक साफ नहीं किया जाता है तो सड़न पैदा हो जाती हैडॉक्टर शम्स ने बताया कि नेशनल डेंटिस्ट डे प्रोफेसर रफीउद्दीन अहमद की जन्म तिथि पर मनाया जाता है 1920 में 24 दिसंबर को ही कोलकाता में देश के पहले आर अहमद डेंटल कॉलेज की स्थापना हुई थी प्रोफेसर रफीउद्दीन अहमद पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मिनिस्टर थे और पहले डेंटल कॉलेज के स्थापक थे डॉ रवि शंकर पांडे ने बताया कि भारत सरकार ने उन्हें 1964 में पद्म भूषण के सम्मान से सम्मानित किया था साथ ही उन्होंने इंडियन डेंटल जर्नल तथा डेंटिस्ट एक्ट की स्थापना की थी। इस अवसर पर डॉ इम्तियाज ,डॉ सर्वेश, डॉ हिमांशु, डा अमरीन ,डॉ अनुराग, डॉ अजय , डॉ पंकज मिश्रा ,डॉ अजीत ,डॉ सीमा, डॉक्टर जयंत ने अपने विचार व्यक्त किए।
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