रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। सरयू डिग्री कॉलेज करनैलगंज के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर पांचवें दिन मतदाता जागरूकता विषय पर एक विशेष रैली निकाली गई।
रैली को कार्यक्रम स्थल प्राथमिक विद्यालय पिपरी के परिसर से ग्राम नगला कला के मार्गों से होते हुए करीब आधा दर्जन गांव में घुमाई गई। मतदाता रैली में सारे काम छोड़ दो, सबसे पहले वोट दो। वोट हमारा है अधिकार, इसका करो ना तुम वहिष्कार।
आधी रोटी खाएंगे, वोट डालने जाएंगे इत्यादि स्लोगन के साथ छात्र छात्राओं में शिफा, केतकी, खुशबू सिंह, साहिबा खातून, नेहा दुबे, ज्योति तिवारी आदि ने लोगों को जागरूक किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर आरबी सिंह ने अपने संबोधन में मतदान के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में बौद्धिक गोष्ठी के तहत दहेज प्रथा एक सामाजिक अभिशाप के विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ अभिषेक गोस्वामी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय समाज में अनेक प्रथाएं चल रही है। जिसमें इस प्रथा के प्रचलन में भेंट स्वरूप बेटों को उनके विवाह पर उपहार मिलता है। मगर उसे दहेज का नाम देकर अब समाज में कुछ लोग उसका दुरुपयोग करने लगे हैं। छात्रा माधुरी ने कहा कि बेटी किसी को नहीं चाहिए लेकिन बहू सभी को चाहिए। अर्श मोहम्मद खान ने कहा कि समाज में युवाओं को आगे आकर समाज दहेज प्रथा कुरीति को रोकना चाहिए। छात्रा ज्योति तिवारी व नेहा तिवारी ने कहा कि दहेज की वजह से बेटियां सब कुछ कहती है और उनके माता-पिता को दहेज की चिंता से लोग बेटियों को कोसते हैं। कार्यक्रम के अंत में शिव कुमार मौर्या, रमेश पांडे, बृजेश सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम अधिकारी डॉ ममता मिश्रा, डॉ विजय कुमार यादव ने प्रकाश डाला। स्तुति, सलोनी, रोशनी, गीता अवस्थी, नाजरीन, गुलनाज, मुस्कान बानो, नेहा तिवारी, मोहम्मद सलाम, मोहम्मद वसीम, नीरज, प्रशांत आदि स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
रैली को कार्यक्रम स्थल प्राथमिक विद्यालय पिपरी के परिसर से ग्राम नगला कला के मार्गों से होते हुए करीब आधा दर्जन गांव में घुमाई गई। मतदाता रैली में सारे काम छोड़ दो, सबसे पहले वोट दो। वोट हमारा है अधिकार, इसका करो ना तुम वहिष्कार।
आधी रोटी खाएंगे, वोट डालने जाएंगे इत्यादि स्लोगन के साथ छात्र छात्राओं में शिफा, केतकी, खुशबू सिंह, साहिबा खातून, नेहा दुबे, ज्योति तिवारी आदि ने लोगों को जागरूक किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर आरबी सिंह ने अपने संबोधन में मतदान के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में बौद्धिक गोष्ठी के तहत दहेज प्रथा एक सामाजिक अभिशाप के विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ अभिषेक गोस्वामी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय समाज में अनेक प्रथाएं चल रही है। जिसमें इस प्रथा के प्रचलन में भेंट स्वरूप बेटों को उनके विवाह पर उपहार मिलता है। मगर उसे दहेज का नाम देकर अब समाज में कुछ लोग उसका दुरुपयोग करने लगे हैं। छात्रा माधुरी ने कहा कि बेटी किसी को नहीं चाहिए लेकिन बहू सभी को चाहिए। अर्श मोहम्मद खान ने कहा कि समाज में युवाओं को आगे आकर समाज दहेज प्रथा कुरीति को रोकना चाहिए। छात्रा ज्योति तिवारी व नेहा तिवारी ने कहा कि दहेज की वजह से बेटियां सब कुछ कहती है और उनके माता-पिता को दहेज की चिंता से लोग बेटियों को कोसते हैं। कार्यक्रम के अंत में शिव कुमार मौर्या, रमेश पांडे, बृजेश सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम अधिकारी डॉ ममता मिश्रा, डॉ विजय कुमार यादव ने प्रकाश डाला। स्तुति, सलोनी, रोशनी, गीता अवस्थी, नाजरीन, गुलनाज, मुस्कान बानो, नेहा तिवारी, मोहम्मद सलाम, मोहम्मद वसीम, नीरज, प्रशांत आदि स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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