रमेश कुमार मिश्र
तरबगंज गोण्डा।गोण्डा जिले का तरबगंज थाना अपने कारनामे से हमेशा चर्चा में बना रहता है कही अबैध वसूली कही जमीन पर अबैध कब्जा कहीं अबैध कच्ची शराब सहित सभी प्रतिबंधित नशीली चीजे बेचवाने आदि करती रहती है क्योकि जितने ज्यादा अबैध कार्य होगे उतनी ज्यादा कमाई होगी।दूसरे की जमीन पर अबैध कब्जा करवाना पुलिस की नियत बन चुकी है जिसके लिए लोग भारीभरकम रूपया खर्चकर दूसरे की जमीन कब्जा कर लेते यही नही साहब अब तो बगैर रूपये के तहरीर भी नही ली जाती है
अगर नेतागीरी करोगे तो अन्दर हो जावोगे कोई कुछ नही कर पायेगा क्योकि आप पीड़ित है और शिकायत लेकर आये है इसलिए पुलिस सारा पुलिसिया रंग आपके ऊपर ही निकालेगी और दबंगो से मिलकर पट्टे से मारने व फर्जी मुकदमे में फँसाने की धमकी देकर जबरदस्ती सुलहनामा लिखवायेगी।क्या करोगे मजबूर होकर लिखना पड़ेगा नही जेल भेज दीये जावोगे ये कोई कहानी नही साहब ये है हकीकत तरबगंज पुलिस की जहाँ फरियादी को लाकप में डाल देते है यानी पुलिस रक्षक के बजाय भक्षक का कार्य कर रही है।
ताजा मामला तरबगंज थानाक्षेत्र के ग्रामसभा बकियापुर के मजरा शुकुलनपुरवा का है जहाँ के निवासी मोहित तिवारी पुत्र अनिल तिवारी जिनके सहन दरवाजे पर एक चिलविल का पेड़ है जिसे मोहित तिवारी इस आसय से काटने लगे की तुफान में पेड़ घर पर ना गिर जाय।जब 60%पेड़ काट दिए तो विपक्षीगणो ने रोक दिया की हम पेड़ नही काटने देगे इसकी शिकायत जब थाना तरबगंज मे की तो थानाध्यक्ष ने दबंगो से मिलीभगत करके पीड़ित को ही लाकप में डाल दिया व जबरदस्ती सुलहनामा करवा दिया और थानाध्यक्ष तरबगंज संतोष कुमार सरोज पीड़ित को पट्टे से मारने व फर्जी मुकदमे में फंसाने की बराबर धमकी देते रहे जिससे पीड़ित परेशान है और इसकी शिकायत एसपी,डीआईजी,व डीजीपी से से करेगा जबकि पेड़ आधा से ज्यादा कटा हुआ खड़ा है जो कभी भी धरासाई हो सकता है पीड़ित के परिवार की जिन्दगी खतरे में है। यही नही साहब पीड़ित एक दैनिक पेपर का पत्रकार भी है ऊधर दबंगो द्वारा बराबर जानमाल की धमकी दी जारही है।और पुलिस दबंगो से मिलकर पीड़ित पत्रकार को परेशान कर रही है।
क्या कहते है जिम्मेदार..
सीओ तरबगंज संसारसिंह राठी के मोबाइल की बेल बजती रही और फोन रीसिव नही हुआ।
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