अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्र
जनपद बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल जनता व पुलिस के बीच बढ़ती दूरी को कम करने तथा मित्र पुलिस की छवि को बनाए रखने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश की योगी सरकार एक ओर जहां मित्र पुलिस बनाने का दावा कर रही है इन सभी दावों पर कोतवाली देहात के चौकी जुआ थान श्रीनगर के चौकी प्रभारी अश्वनी दुबे पानी फेरने पर लगे हुए हैं। अश्वनी दुबे ग्राम हड़पुड़ा धर्मपुर निवासी विधवा बेसहारा असहाय महिला कलावती के सामने लंबी-लंबी डींगे हांकते हुए उसको न्याय देने के बजाय दबंगों का साथ दे रहे हैं । इतना ही नहीं चौकी प्रभारी अपने रोब के सामने पुलिस अधीक्षक तथा तमाम अधिकारियों व पत्रकारों को चुनौती भी दे रहे हैं । विधवा बेसहारा पीड़ित महिला कलावती की माने तो उसने चौकी प्रभारी से न्याय दिलाने के लिए बहुत मिन्नतें की, परंतु चौकी प्रभारी ने एक न सुनी । उल्टे उसी को धमकी देने तथा तमाम मुकदमों में फंसाने की बातें कर डाले। आश्चर्य की बात तो यह है कि चौकी प्रभारी अश्वनी दुबे आए दिन विवादों में घिरे रहते हैं इसके बावजूद भी अपनी आदतों में सुधार नहीं ला रहे हैं । दबंगों का साथ देना तथा निजी स्वार्थ में गरीबों को उत्पीड़ित करना उनके स्वभाव में आ चुका है। पीड़ित महिला कलावती ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात को प्रार्थना पत्र देकर निवेदन किया है कि उसे न्याय दिलाई जाए। पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पति की मौत विगत 5 वर्ष पहले हो गई है और घर में उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में पुरुष कोई भी नहीं है, जिसका फायदा उठाकर गांव के ही कुछ दबंग लोग उसकी संपत्ति पर काबिज होना चाहते हैं। रविवार 9 मई को उसकी निजी बोरिंग पर दबंगों ने जबरदस्ती कब्जा करके अपना मशीन लगाया। चौकी पर शिकायत की गई तो चौकी प्रभारी ने दबंगों के सामने ही पीड़ित महिला को बुरा भला कहा। यदि ऐसा ही रहा तो योगी सरकार का सुशासन तथा मित्र पुलिस का दावा खोखला साबित होगा । जानकारों का कहना है कि पूरे सिस्टम को बदनाम करने वाले ऐसे पुलिस अधिकारियों पर अंकुश लगाई जानी चाहिए ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ