रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। पुलिस का डंडा और शायरन भी बजता है, वाहनों व दुकानों का चालान भी होता है, मगर बाजार में भीड़ है कि कम नही हो रही है। दुकानों के अंदर खचाखच भरे ग्राहकों की भीड़ से भविष्य के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। एक ओर शासन प्रशासन कोरोना महामारी से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर सभी प्रयास कर रही है और जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी जी जान से जुटे हुए हैं। दूसरी ओर करनैलगंज नगर में व्यापारी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के आदेशों को ठेंगे पर रखे हुए है। जिलाधिकारी के आदेशानुसार सुबह छः बजे से दस बजे तक फल, सब्जी, किराना आदि आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलनी हैं मगर यहां सारी दुकानें शटर गिराकर सारा दिन संचालित की जाती हैं। इतना ही नहीं जिन दुकानों को खोलने का कोई आदेश नहीं है वे दुकानें भी खोली जा रही हैं। स्थिति यह है की कोई भी सामान खरीदना हो तो करनैलगंज बाजार में सब कुछ आराम से मिल जायेगा। यह स्थिति प्रतिदिन की है और ईद त्यौहार के कारण गुरुवार को तो नगर में काफी भीड़ दिखाई पड़ी। आवश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद होने का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी दुकानदार अपने शटर गिराकर बाहर बैठे रहते हैं और ग्राहक के आने पर शटर उठा कर विक्री कर रहे हैं। बाजार में पुलिस बार बार सड़क पर डंडे भी फटकारती है हूटर भी बजाती है। मगर दुकान के अंदर ग्राहकों की भीड़ लगी होती है। तमाम बाइकें सड़क पर खड़ी होती हैं। पुलिस उन वाहनों का चालान भी करती है। मगर व्यापारी हों या ग्राहक मानने को तैयार नही हैं।
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