रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। आखिरकार करनैलगंज के पौराणिक स्थल व पुराने सकरौरा सरयू घाट पर सरयू की धारा को नहर के रूप में लाने का काम शुरू हो गया। इसकी मांग काफी दिनों से चली आ रही थी। सिंचाई विभाग द्वारा घाट पर जमीं सिल्ट को हटाने व नहर के रूप में नदी की धारा सकरौरा घाट तक लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके सम्बन्ध में क्षेत्रीय विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह लल्ला भैया ने भी करीब तीन माह पूर्व सिंचाई मंत्री को पत्र लिखा था। तथा मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सकरौरा घाट को पौराणिक व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का अनुरोध किया गया था। सिंचाई मंत्री से दो सप्ताह पूर्व की गई मांग पर अमल होने के बाद सरयू घाट पर सिल्ट की सफाई व सरयू नदी की धारा नहर के रूप में घाट तक लाने की कवायद शुरू होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की है। करनैलगंज के पौराणिक स्थल सकरौरा सरयू घाट नदी में सिल्ट की सफाई का कार्य शुरू हो गया है। प्रदेश के सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह एवम् नमिमि गंगे, जल शक्ति मंत्री को पत्र लिखकर मुकेश कुमार वैश्य जिला संयोजक नमामि गंगे प्रकल्प बीजेपी अवध क्षेत्र व श्रीराम सोनी ने सरयू घाट की धारा लाने की मांग की थी। सरयू नदी की सफाई होने से बीजेपी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकरियो एवम् करनैलगंज के निवासियों ने प्रसन्नता व्यक्त किया। पूर्व मंडल अध्यक्ष कृष्ण गोपाल वैश्य, मण्डल अध्यक्ष संजय गुप्ता, महामंत्री कन्हैया लाल वर्मा, दुख हरण सिंह, आशीष गिरी, अर्चित पांडेय, बृजेश शर्मा, लक्ष्मी चन्द्र खेतान, नरेंद्र सोनी, रामकुमार मौर्या, भोला सिंह, क्षेमेश्वर पाठक, प्रेमचन्द्र, अखिलेश आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है। अब देखना है कि घाट तक सरयू की धारा लाने की कवायद किस हद तक सफल साबित होती है।
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