रजनीश /ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करनैलगंज में ओपीडी सेवा चालू होते ही मरीज व उनके तीमारदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह 10 बजे से ओपीडी चालू हो गई।
शुक्रवार की दोपहर 1 बजे तक इलाज के लिए पहुंचे 108 मरीजों के पर्चे कट चुके थे।
नेत्र परीक्षक एके गोस्वामी, सीएचसी अधीक्षक डॉ. सुरेश चन्द्रा अपने कक्ष में मरीजों को देख रहे थे। तो वहीं डॉ.सुनील सिंह के कक्ष में टीकाकरण हो रहा था। उसके बावजूद वे ओपीडी के बाहर मरीजों को संभाल रहे थे।
नर्सिंग ऑफिसर आशा पाण्डेय व मंशा कुमारी लोगों को कोरोना का टीका लगा रही थी। सीएचसी के सभी वार्ड खाली थे। प्रसव के बाद सिर्फ एक महिला भर्ती नजर आयी। नूरसबी का प्रसव कराने आयी तीमारदार सनीजा ने बताया शौचालय में पानी न आने से बड़ी समस्या हो रही है। तो वहीं सुनीता ने बताया लाईट न होने से गर्मी और मच्छर से बुरा हाल है। कोरोना की दूसरी लहर में केस बढ़ने पर सीएचसी में ओपीडी बंद कर दी गई थी। सिर्फ इमरजेंसी सेवा व टेलीमेडिसिन की सुविधा जारी थी। कोरोना कर्फ्यू के बाद डीएम के आदेश पर शुक्रवार से ओपीडी चालू की गई। जानकारी मिलते ही सुबह 10 बजे सीएचसी में इलाज के लिए लोगों की कतार लग गई। समाजिक दूरी को दरकिनार कर पहले इलाज के लिए लोगों की होंड़ दिखाई दी। पूरा सीएचसी परिसर वाहनों से भर गया लोगों के आने जाने तक का रास्ता नहीं बचा। सुरक्षा के लिए मात्र एक कांस्टेबल वैक्सिनेशन रुम के सामने दिखाई दिया। जो लोगों को लाइन में रहने और सामाजिक दूरी बनाए रखने का अनुरोध कर रहा था लेकिन लोगों ने सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया। सीएचसी अधीक्षक डॉ.सुरेश चन्द्रा ने बताया कोरोना कर्फ्यू के बाद से ही ओपीडी शुरू कर दिए थे। सभी मरीजों का समुचित इलाज हो रहा है। साथ ही कोविड टेस्ट व टीकाकरण का कार्य भी तेजी से हो रहा है। बिजली के बार-बार कटौती से समस्या उत्पन्न हो रही है। जनरेटर से काम हो रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि लोगों को और बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा सके।
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