सुनील उपाध्याय
बस्ती : अधिकारियों की मनमानी से गरीब परिवार को नहीं मिल रहा है । आवास, सरकार की मंशा पर फिर रहा पानी । मुख्यमंत्री का दावा हो रहा है । फेल गरीबों का हक डकार लिया जा रहा है। साहब हकीकत देखना है। तो बस्ती मुख्यालय से कुछ दूरी पर कुसमौर गांँव में आइए साहब आपको हम तो हकीकत दिखाते हैं। बस्ती सदर ब्लॉक के पैसा ना देने पर प्रधानमंत्री आवास योजना सूची में से कटा दिया गया उर्मिला पति राम सहाय का नाम बस्ती सदर ब्लॉक के मुख्यालय से 2 किलोमीटर दूरी पर कुसमौर गांव में उर्मिला पति रामसहाय अपने 3 बच्चों के साथ खर पाती से झोपड़ी बनाकर लगभग 14वर्ष से जीवन यापन कर रहे हैं । ताजा मामला बस्ती जिले के मुख्यालय बस्ती से 2 किलोमीटर दूरी कुसमौर गाँव में एक परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के लिस्ट में नाम होने पर वजूद अभी तक नहीं मिला आवास
रामसहाय का कहना है । प्रधानमंत्री आवास योजना में हमारे परिवार उर्मिला का लिस्ट में नाम होने के बाद भी आवास सूची में से नाम कटवा दिया गया दोबारा अधिकारी से शिकायत की फिर मेरा नाम आवास सूची में आया पर अभी तक हमको आवास नहीं मिला है। ब्लॉक पर राम सहाय पता करने गए ब्लॉक कर्मचारी कैम्पूटरऑपरेटर धर्मेंद्र द्वारा कहा गया अब जाकर मुख्यमंत्री योगी जी से कहो हमें प्रधानमंत्री आवास चाहिए राम सहाय मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार को पालन पोषण करते हैं गांँव से कुछ दूरी पर शहर बस्ती में मजदूरी की कार्य करते हैं जिस दिन काम नहीं मिलता है। उस दिन निराश होकर घर चले आते हैं अपने मजदूरी के पैसा से परिवार को पालन पोषण करते हैं ना रहने का मकान ना पहनने के कपड़ा झोपड़ी में गुजारा करना पड़ता है ठंडी गर्मी बरसात हो आखिरकार अधिकारी इस पर क्यों नहीं ध्यान दे रहे हैं। एक तरफ सरकार दावा कर रही है ।गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवाज शौचालय बिजली आदि योजनाओं गरीबों के लिए देने के लिए दावा कर रही है ।जब मीडिया की टीम कुसमौर गांँव में पहुंची हकीकत देख कर होश उड़ गए साहब क्यों गरीबों का हक मार रहे हैं ।उर्मिला पति रामसहाय ने बताया की प्रधानमंत्री आवास योजना में से फिर हमारे नाम काट दिए गए हैं ।
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