अयोध्या। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई महिला बैंक अधिकारी की मौत के प्रकरण में पुलिस सतर्कता के साथ आगे बढ़ रही है।
मृतका श्रद्धा गुप्ता का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल से कराया जाएगा। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की पुलिस वीडियोग्राफी भी कराएगी। सुसाइड नोट
यही नहीं सुसाइड नोट में लिखे गए नाम को लेकर भी पुलिस पूरी गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें अयोध्या में तैनात रहे एक आईपीएस अधिकारी सहित तीन लोगों को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया गया है।
आईपीएस के अतिरिक्त दूसरा पुलिस कर्मी प्रधान आरक्षी बताया गया है। उसके नाम के अतिरिक्त सुसाइड नोट में सिर्फ पुलिस फैजाबाद लिखा है। उसकी तलाश के लिए पुलिस रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
पुलिस के साथ मिलकर तीसरा युवक किस प्रकार श्रद्धा का उत्पीड़न कर रहा था, यह बात मृतका के स्वजन भी स्पष्ट नहीं कर सके हैं।
सुसाइड नोट के साथ मृतका का मोबाइल फोन भी जांच के लिए सुरक्षित किया गया है। श्रद्धा का शव शनिवार को फंदे से लटकता पाया गया है।
लखनऊ के राजाजीपुरम की रहने वाली महिला बैंक अधिकारी यहां शहर के ख्वासपुरा मोहल्ले में किराए का मकान लेकर रहती थी। पुलिस ने सुसाइड नोट को जांच के लिए सुरक्षित कर लिया है।
राजाजीपुरम निवासी राजकुमार गुप्ता की 30 वर्षीय पुत्री श्रद्धा गुप्ता पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में स्केल वन अफसर थीं।
मृतका के स्वजन दीप ने बताया कि शुक्रवार से ही घर वाले श्रद्धा को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिल रहा था। शनिवार को भी यही स्थिति होने पर मकान मालिक को सूचना दी गई।
मकान मालिक ने श्रद्धा के कमरे में लगी खिड़की से देखा तो अंदर उसका शव फंदे से लटक रहा था। एसएसपी शैलेश पांडेय ने मौके पर पहुंच कर शव को कमरे से बाहर निकलवाया।
घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट सहित अन्य साक्ष्यों को पुलिस ने जांच के लिए सुरक्षित कर लिया है। एएसपी पलाश बंसल ने बताया कि स्वजनों के अनुसार, जिन लोगों पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है, उनमें से एक युवक के साथ श्रद्धा की शादी तय हुई थी, जो बाद में टूट गई थी।
कोतवाल नगर सुरेश पांडेय ने बताया कि चिकित्सकों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।
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