अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय पर 20 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘महर्षि वाल्मीकि जयंती‘ बच्चों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
महर्षि वल्मीकि जयंती अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें बताया कि महर्षि वाल्मीकि संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता है जो आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध है।
उन्होनें संस्कृत में रामायण की रचना की । महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है, जो कि भगवान श्रीराम के जीवन माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्तव्य से परिचित करवाता है। अपने बनवास काल के दौरान भगवान ‘‘श्रीराम‘‘ वाल्मीकि आश्रम में भी गये थे।
भगवान वाल्मीकि को ‘‘श्रीराम‘‘ के जीवन में घटित प्रत्येक घटना का पूर्ण ज्ञान था। सतयुग, त्रेता और द्धापर तीनों कालों में वाल्मीकि का उल्लेख मिलता है, इसलिए भगवान वाल्मीकि को सृष्टिकर्ता भी कहते है। ‘महर्षि वाल्मीकि जयंती‘ के अवसर पर विभिन्न प्रकार के आयोजन किया गया।
जिसमें सर्वप्रथम भगवान श्रीराम का दरबार लगा, जिसमें उत्तर रामायण के लवकुश काण्ड के आधार पर मंचन किया गया। मंचन कार्यक्रम मे आदित्य श्रीवास्तव नें भगवान राम, आरूष शुक्ला नें लक्ष्मण, श्लोक मिश्रा ने हनुमान, तान्या श्रीवास्तव ने लव, आराध्या पाण्डेय नें कुश, स्वीकृति पाण्डेय, अनन्या शर्मा एवं ख्याति नें कौशल्या, कैकेयी, सुमित्रा आदि माताओं तथा आस्था तिवारी नें महर्षि वाल्मीकि का अभिनय किया।
श्रीराम दरबार का विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें श्री राम, लक्ष्मण, हनुमान एवं महर्षि वाल्मीकि का माल्यापर्ण करके आरती उतारा।
इसी अवसर पर उत्कर्ष शुक्ला एवं यशी पाण्डेय नें वाल्मीकि रामायण का श्लोक पढ़कर रामायण की चौपाईयां गांयी, तत्पश्चात् कला एवं पोस्टर के क्षेत्र में श्लोक तिवारी, प्रिंस गौड, प्राजंल सिंह, तनमय श्रीवास्तव, अशिता तिवारी, दिव्यांश गुप्ता, अंशुमान श्रीवास्तव, प्रिजोत मोदनवाल, अंशिका गुप्ता, अंशिका यादव, प्रियश प्रसून, निखिल त्रिपाठी, आयुशी श्रीवास्तव, अंशिका गुप्ता, आकृति श्रीवास्तव, स्वारा मिश्रा, सुनयना शुक्ला, माशू श्रीवास्तव, अंशिका श्रीवास्तव एवं आर्या शुक्ला नें महर्षि वाल्मीकि के जीवन परिचय पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।
इसी क्रम में श्लोक तिवारी प्रांजल सिंह, प्रिस गौड, तनमय श्रीवास्तव, अशिता तिवारी, आर्दश शुक्ला, वर्तिका सिंह, अंशिका यादव, मंदिरा शुक्ला आदि बच्चों नें भगवान महर्षि वाल्मीकि का चित्र बनाकर कला का प्रर्दशन किया।
‘महर्षि वाल्मीकि जयंती‘ के अवसर पर विद्यालय के सह निर्देशक आकाश तिवारी, एवं अध्यक्ष डा0 पी0एन0 तिवारी, कोषाध्यक्ष मीता तिवारी, उपाध्यक्ष शैलेस तिवारी, उप प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), अशोक कुमार शुक्ला, ए0के0 तिवारी, टी0एन0 शुक्ल, मेराज अहमद, पूनम चौहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, रूबी त्रिपाठी, अर्चना श्रीवास्तव, विश्वनाथ तिवारी, अखिलेश शुक्ला, आरिज रजा अंसारी, कपिल निषाद, विश्वनाथ तिवारी, आकृष्ट शुक्ला, डी0डी0 पाण्डेय,शालिनी शुक्ला, तौफीक अहमद, दुर्गा प्रसाद यादव, राजेश कुमार त्रिपाठी, वली आलम, राजीव श्रीवास्तव एवं मनोज शुक्ला आदि शामिल हुए।
अन्त में प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने ‘महर्षि वाल्मीकि जयंती‘ पर समस्त बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि हम सभी लोगों को महर्षि वाल्मीकि के द्वारा लिखे गये पवित्र ग्रंथ रामायण के बताये हुये रास्ते पर चलना चाहिए एवं हमें सच्चाई के रास्ते पर भी उन्ही का अनुसरण करना चाहिए कहते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
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