बी पी त्रिपाठी/प्रदीप शुक्ला
सोनबरसा, गोंडा:क्षेत्र के प्रसिद्ध मेला स्थल सोनबरसा पोखरे पर लगने वाले मेले में आये हजारों श्रद्धालुओं ने मनवर नदी में डुबकी लगाई, धर्म और ज्योतिष के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करके उगते सूर्य को अर्ध्य देने का विशेष महत्व है, इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करने से कई तरह के पापों से मुक्ति भी मिलती है।
ज्योतिष के अनुसार यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से लाभ होता है, इसके अलावा इस दिन दीपदान और तुलसी पूजा जरूर करनी चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन फल, अनाज, वस्त्र और गुड़ आदि चीजों का दान किया जा सकता है, शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्मी को समर्पित मानी जाती है।
मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की प्रिय वस्तुओं मिठाई, दूध और नारियल का दान करने से धन की देवी माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
सोनबरसा पोखरा के महंत छोटे बाबा ने बताया की कोरोना के चलते पिछली बार मेले का आयोजन नही हो पाया था इस बार स्नान के लिए पोखरा की साफ़ सफाई का कार्य दो दिन पूर्व ही सम्पन्न करा दिया गया था।
मन्दिर प्रांगड़ में भजन कीर्तन के लिए दर्जनों सन्त आश्रम पर निवास किये पूर्णिमा के दिन भजन कीर्तन के साथ साधू समागम भी हुआ, इस दौरान थानाध्यक्ष शेषमणि पाण्डेय पुलिस बल के साथ सुरक्षा ब्यवस्था के लिए तैनात रहे वहीं दूसरी तरफ मेले में आई दुकानों का सड़क किनारे लगने से तथा भीड़ की वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।
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