बी पी त्रिपाठी
गोण्डा । जाको राखे साईंयां मार सके न कोय। बाल ना बांका कर सके जो जग बैरी होय।यह कहावत शनिवार को तब चरितार्थ हुई जब कर्नलगंज कस्बा स्थित मौर्यनगर के पास झाड़ियों में ठण्ड से सिकुड़ रहा नवजात मानवीय संवेदना से भरी निगाहों में पड़ गया और इलाज हेतु भर्ती कराने के बाद अब स्वस्थ दिख रहा है।
इसे भी पढ़े: मोतीगंज:निर्मोही मां ने नवजात शिशु को पैदा होते ही मरने के लिए झाड़ियों में फेंका |
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला स्थानीय कस्बे के मौर्यनगर के पास का है, जहां शनिवार को लोगों को झाड़ियों में एक नवजात शिशु दिखाई पड़ा जिसे किसी महानुभाव द्वारा लाकर निकट के श्री भगवान हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
उसे देखकर हॉस्पिटल के डॉक्टर रवि वैश्य द्वारा तुरन्त उसका इलाज शुरू किया गया। बताया जाता है कि झाड़ियों में पड़े नवजात का शरीर ठण्ड की वजह से सिकुड़ कर नीला हो चुका था।
जिससे हॉस्पिटल के डॉक्टर रवि वैश्य ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिस पर कस्बा चौकी से एसआई परशुराम सिंह ने पहुँचकर नवजात को देखा और डॉक्टर से पूरी जानकारी ली।
उधर नवजात के मिलने की खबर पाकर उसको गोद लेने के लिये कुछ लोग अस्पताल पहुंच गए। श्री भगवान हॉस्पिटल के डॉक्टर रवि वैश्य का कहना है कि नवजात को इलाज हेतु आईसीयू में रखा गया है तथा उसके समुचित इलाज के साथ देखभाल की जा रही है।
इस घटना से आम जनमानस में यह चर्चा है कि किसी कलयुगी माँ की करतूत से यह नवजात इस हालत में फेंका गया होगा। वहीं हास्पिटल में उक्त नवजात को गोद लेने की होड़ लगी है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ