बी पी त्रिपाठी
गोण्डा:जहां सरकार सबका साथ सबका विकास के राह पर काम करने का नसीहत देती है वही जनपद गोंडा का 1 ग्राम पंचायत ऐसा भी है जहां पर ग्रामीण विकास कार्यों के लिए तरस रहे हैं। उस गांव में अधिकारी तो आते हैं परंतु देख कर चले जाते हैं बरसात आते ही गांव वासी बेडी बनाकर गांव का पानी उलझने के लिए मजबूर हो जाते हैं और तो और सरकार एक तरफ स्वच्छ पेयजल को लेकर पानी की तरह पैसा बहा रही है।
वही इस गांव का हाल यह है की मेन चौराहे पर लगे इंडिया मार्का हैंडपंप जो कि कीचड़ युक्त पानी देने के लिए मजबूर है ।
बताते चलें मामला जनपद गोंडा के विकासखंड रुपैईडीह अंतर्गत ग्राम पंचायत सिसई जंगल का है जहां पर ग्रामीणों ने बताया कि सामुदायिक शौचालय ग्राम प्रधान नकछेद अपने घर के पास बनवाए हैं जो कि बैदोरा बाजार से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। बेदरा चौराहे पर लगा इंडिया मार्का हैंड पंप जो पूरी तरह बदहाली का आंसू बहा रहा है लोगों ने बताया कि यह नल पानी की जगह कीचड़ दे रहा है ।
जबकि चौराहे पर दिन भर में लाखों लोगों का आवागमन है परंतु ग्राम प्रधान की नजर इस तरह नहीं जा रही है बेदौरा गांव के लोग नरक भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं ना तो गांव में सुचारू रास्ता है।
न ही कोई पानी निकलने का मार्ग ग्रामीणों ने बताया कि बरसात आते ही पूरे गांव में बाढ़ से नौबत आ जाती है किसी प्रकार हम लोग पानी बाल्टी में भर भर कर के निकालते हैं जब इस संबंध में ग्राम प्रधान से जरिए दूरभाष वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि लोगों ने मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं दी अब देखना यह है कि जब चुनाव आता है तो ग्राम प्रधान को गली कुचा मोहल्ला सारा कुछ याद रहता है।
परंतु चुनाव बीतने के बाद प्रधान जी को याद दिलाने के बाद याद आता है रही बात ग्राम पंचायत सचिवालय की ग्राम पंचायत सचिवालय भी घड़ियाली आंसू वह आ रहा है जिस ग्राम सचिवालय को ग्राम पंचायत का लेखा जोखा रखरखाव का जिम्मेदार समझ कर सरकार द्वारा बनवाया गया।
वही आज अपनी दुख भरी आंसू बयां कर रहा है जिसमें एक कमरे में पुआल तथा दूसरे कमरे में भूसा रखने का काम हो रहा है दीवाल पर पंचायत भवन के अलावा पुलिस थाने का तथा सिपाहियों का नंबर दर्शाया गया है योगी सरकार एक तरफ विकास की गंगा बहाने की बात हो रही है ।
वही दूसरी तरफ सिसई जंगल गांव के लोग विकास कार्य के लिए मोहताज है
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