एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन गोपाल मंदिर जिला अस्पताल के सामने भक्तों द्वारा वेददध्वनि के बीच ढोल,मजीरा, शंख,घंटा-घड़ियाल की ध्वनि के मध्य निकाली गई।
इस मौके पर भगवान शालिग्राम का प्रातः काल दूध दही घी मधु शक्कर से अभिषेक हुआ। गोपाल जी राधा रानी सरकार तथा भगवान जगन्नाथ जी से शेषावतार बलभद्र जी और सुभद्रा जी का पूजन अर्चन करने के पश्चात धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा सतयुग से चली आ रही है।
भगवान श्री जगन्नाथ दीनों के दीनानाथ हैं। जगन्नाथपुरी में जेष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन भगवान स्नान करते हैं और इतना ज्यादा स्नान करते हैं कि उन्हें जुखाम बुखार हो जाता है,इसलिए 15 दिनों तक ठाकुर जी एकांतवास करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन भगवान का राजराजेश्वर वेश का श्रृंगार होता है। भगवान की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इसीलिए प्रतापगढ़ में यह रथ यात्रा विगत 9 वर्षों से भक्तों द्वारा निकाली जा रही है।
यात्रा विगत 2 वर्षों से शहर में न निकाल करके मंदिर में ही निकाली जाती है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से आचार्य आलोक मिश्र, संतोष दुबे पूर्व सभासद,नारायणी रामानुज दासी, इंजीनियर अनामिका पांडेय, डॉ अवंतिका पांडेय, रमाकांत तिवारी, पुजारी कथा व्यास संजय शरण शांडिल्य,केशव प्रसाद मिश्र, विवेक पांडेय,कमला श्रीवास्तव, अनीता पांडेय, राजेश दुबे,अभय शुक्ल, वैदेही शुक्ला, नीलम सिंह, दीपक आचार्य, अभय पांडेय,अशोक, गौरव मणि तिवारी, पिंकी गुप्ता सहित अनेक भक्त जयकारे लगाते हुए यात्रा में शामिल रहे।
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