अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर "जनजाति गौरव दिवस" कार्यक्रम पचपेड़वा ब्लॉक के जनजाति बहुल गांव फोगई में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लोक कला संस्कृति आयोग के अध्यक्ष चंद राम चौधरी मौजूद रहे ।
जानकारी के अनुसार जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोक कला संस्कृति आयोग के अध्यक्ष चंद राम चौधरी ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा ने किस प्रकार से अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की आग भड़काई और जंगल से जमीन तक आदिवासियों के लिए लड़ाई लड़ी, वह अविस्मरणीय है ।
जिला प्रमुख डॉ एम पी तिवारी ने बताया कि देश में आजादी से पहले इस क्षेत्र से कई आदिवासी नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। भगवान बिरसा का जन्म वर्ष 1875 में हुआ था।
19वीं सदी में उन्होंने ब्रिटिश राज द्वारा थोपी गई सामंती व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था। इस आंदोलन को उलगुलान नाम दिया गया था। उस समय झारखंड बंगाल प्रेसिडेंसी के तहत आता था।
भगवान बिरसा ने आदिवासियों को संगठित किया और अंग्रेजों को कर, ब्याज आदि देने से मना कर दिया था। वहीं अंबुज भार्गव ने अपनी वीर रस की कविताओं से ग्राम वासियों के अंदर देशभक्ति की संचेतना जागृत की।
कार्यक्रम में विभाग सह प्रमुख डॉ के के सिंह, जिला प्रमुख डॉ एम पी तिवारी,पूर्व जिला प्रमुख डॉ नितिन शर्मा, प्रांत सह मंत्री अभिषेक सिंह, विभाग संगठन मंत्री आयुष्मान, विभाग सह संयोजक जयशंकर मिश्रा, जिला संयोजक कुशाग्र सिंह, जिला सह संयोजक गौरव द्विवेदी एवं अमन गुप्ता, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जयप्रकाश विश्वकर्मा, पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र चौधरी, सचिन मिश्रा, आलोक मिश्र, मोहित सिंह, अक्षय शास्त्री सहित अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ