20 बीघे फसलों को हुआ नुकसान, समस्या पर कोई नहीं दे रहा ध्यान
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। बजाज चीनी मिल कुन्दरखी द्वारा मिल से निकलने वाला दूषित पानी छोड़े जाने से किसानों की करीब 20 बीघे फसल जलमग्न हो गई, जिससे किसानों की फसलों को भारी क्षति हुई है।
बजाज चीनी मिल कुन्दरखी से सटे कस्टुआ गांव के किसानों का मिल के बगल खेत है।
उक्त गांव के रामकरन, राम जियावन, राधिका, विजय बहादुर, रामचन्द्र, बुधराम, राम नरेश, बाबादीन, मोहम्मद शमीम, हरीराम समेत दर्जनों किसानों का सरसों, गेहूं व गन्ने की फसल लगी है, जिसमें चीनी मिल का दूषित पानी भर गया।
खेतों में पानी भर जाने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कस्टुवा गांव के किसान मोहम्मद शमीम ने बताया कि हर साल बजाज चीनी मिल कुन्दरखी का पानी खेतों में भर जाता है, जिससे फसलों को नुकसान होता है।
पीड़ित किसान ने बताया कि कई बार मिल प्रशासन से इस समस्या के स्थाई समाधान की बात कही गई लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
किसानों का आरोप है कि मिल प्रशासन हिटलरशाही पर उतारू है। फसलों का नुकसान भी होता है और समुचित मुआवजा भी नहीं दिया जाता है।
किसानों ने बताया कि कई बार मुआवजे की मांग की गई, लेकिन मिल के अधिकारी अनसुना कर देते हैं।
मिल प्रशासन की तानाशाही के चलते हर साल किसानों को इस समस्या से गुजरना पड़ता है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। न जिम्मेदार अधिकारी और ना ही जनप्रतिनिधि।
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