एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। जूनियर बार एसोसिएशन पुरातन के सभागार में अधिवक्ताओं की एक बैठक अध्यक्ष मानसिंह की अध्यक्षता में महामंत्री गिरीश मिश्रा के संचालन में आयोजित की गई।
बैठक में सर्वसम्मति से प्रतापगढ़ को उच्च न्यायालय लखनऊ से हटा कर उच्च न्यायालय इलाहाबाद से जोड़ने की मांग पर चर्चा के साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल राशीद खान के आकस्मिक निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया।
इस मौके पर महामंत्री गिरीश मिश्रा ने कहा कि जनपद प्रतापगढ़ से लखनऊ की दूरी 200 किलोमीटर है,जबकि प्रतापगढ़ से इलाहाबाद के दूरी मात्र 60 किलोमीटर है।
उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ जिला इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत आता है,ऐसी स्थित में सरकार द्वारा सरल एवं सुलभ न्याय का नारा थोथा साबित हो रहा है। श्री मिश्र ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर अध्यक्ष मानसिंह ने कहा कि सरकार के कथनी और करनी में अंतर है, यदि अधिवक्ताओं कि प्रति सरकार का रवैया सही नहीं हुआ तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अंत में सामूहिक रुप से दो मिनट का मौन धारण कर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई।
न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी, प्रधान नयायाधीश परिवार न्यायालय, अध्यक्ष किशोर ने बोर्ड,अध्यक्ष को उपभोक्ता संरक्षण फोरम तथा अध्यक्ष मोटर्स दुर्घटना प्राधिकरण प्रतिकर को सौंपा गया। आयोजित शोक सभा व बैठक में महीप नारायण सिंह, तालुकदार सिंह, राम निवास उपाध्याय, अवधेश ओझा, अत्री पांडेय, अवनीश पांडेय, शिवेश शुक्ल, द्वारिका प्रसाद मिश्र,कौशलेश दूबे, मनोज तिवारी,विनोद मिश्र, प्रदीप तिवारी,नीरज, सुभाष सिंह, अशोक सिंह,वैद व्यास, विवेक त्रिपाठी, रुपेश शुक्ल,पंकज, विनोद गुप्ता सहित आदि पदाधिकारी व अधिवक्तागण मौजूद रहे।
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