सोमवार को नए लोकपाल नंद कुमार त्रिपाठी ने सीडीओ से की मुलाकात
बी पी त्रिपाठी
गोण्डा। मनरेगा में शिकायतों का निराकरण और भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए अब लोकपाल की नियुक्ति हुई है। सोमवार को जिले के लोकपाल नंद कुमार त्रिपाठी ने विकास भवन पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया। उन्होने कहा कि शासन के निर्देशों के तहत वह अपने दायित्वों का निर्वाहन करेंगे। सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने उनको शुभकामनाएं दी। कहा कि श्रमिकों के हितों का संरक्षण होगा और मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत योजना के क्रियान्वयन में कई खामियां देखने को मिल रही है। शिकायतों का पुलिंदा बड़ा होता जा रहा है, पर इसका समाधान समय पर नहीं हो पा रहा है। शिकायतों का निराकरण करने के लिए सरकार समय सीमा निर्धारित करेगी एवं उस समय सीमा में शिकायतों का निराकरण किया जाएगा।
लोकपाल को शिकायत पर प्रत्यक्ष निराकरण, अनुशासनात्मक एवं दंडात्मक कार्रवाई, दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने जैसे अधिकार दिए जा सकते हैं। दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई के लिए उसे अपना प्रतिवेदन राज्य के मुख्य सचिव एवं क्रियान्वयन करने वाले विभाग के सक्षम अधिकारियों को भेजने का दायित्व दिया जाएगा।
लोकपाल कई तरह के मामलों की सुनवाई करेंगे और निस्तारण करेंगे। इसके लिए शासन से निर्देश जारी होंगे। जिसमें मनरेगा को लेकर ग्राम सभा स्तर पर हुई खामियां, परिवारों का पंजीकरण और जॉब कार्ड जारी करने में परेशानी आना, जॉब कार्ड की अभिरक्षा, रोजगार के लिए कार्य की मांग, कार्य की मांग का आवेदन प्रस्तुत करने पर उस दिनांक की पावती रसीद जारी करना, मजदूरी भुगतान, बेरोजगारी भत्ता का भुगतान, लिंग के आधार पर भेदभाव, कार्यस्थल पर सुविधाएं, कार्य की माप, कार्य की गुणवत्ता, मशीनों का उपयोग, ठेकेदारों को निर्माण कार्य में लगाना, बैंक या डाकघरों में खातों का संचालन, शिकायतों का पंजीकरण और निपटारा, मस्टर रोल का सत्यापन, दस्तावेजों का सत्यापन, धनराशि का दुरुपयोग, धनराशि का आबंटन, सामाजिक अंकेक्षण, रिकॉर्ड के रख-रखाव आदि की निगरानी हो सकेगी।
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