वासुदेव यादव
अयोध्या। आचार्यपीठ दशरथ महल के 12वें आचार्य बिंदुगादयाचार्य स्वामी विश्वनाथ प्रसादाचार्य की 24वीं पुण्यतिथि सोमवार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मंदिर प्रांगण में मनाई गई।
इस मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर स्वामी बिंदुगादयाचार्य स्वामी देवेंद्र प्रसादाचार्य के पावन सानिध्य में यह पुण्यतिथि समारोह मनाई गई।
इस दौरान मंदिर में प्रात काल गीत संगीत के द्वारा गुरु महाराज के प्रति श्रद्धा भक्तों सन्तो ने निवेदित की।
इसके उपरांत उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पितकर अयोध्या के धर्मगुरुओं शिष्य व सभी भक्तों ने उन्हें नमन व याद किया।
इस दौरान मंदिर के वर्तमान महंत बिंदु गद्याचार्य स्वामी देवेंद्रप्रसादाचार्य ने बताया कि हमारे गुरु महाराज स्वामी विश्वनाथ प्रसादाचार्य अद्वित्य संत रहे।
उनकी महिमा अनन्त रही है। वे निर्मल छवि के गौ संत सेवी रहे। हम उनके मिशन को आगे बढ़ा रहे है।
जबकि मंगल पीठाधीश्वर महंत रामभूषणदास "कृपालुजी" महाराज ने कहा कि स्वामी विश्वनाथ प्रसादाचार्य बहुत ही धार्मिक विद्वान रहे। उनके भक्त पूरे देश मे हैं।
उनके ही पावन सानिध्य व कृपा से सब काम हो रहा है। यहां मंदिर में विराट हजारो भक्तों का भंडारे आयोजीत हुआ। जिसमें हजारों की संख्या में संत महंत भक्तगण शामिल रहे।
अतः सभी ने प्रसाद ग्रहणकर अपना जीवन धन्य किए।
इस पुण्यतिथि समारोह में श्यामा सदन पीठाधीश्वर स्वामी श्रीधरदास महराज, महंत रामदास महाराज, महंत नागा रामलखनदास महाराज, महंत रमेशदास, महंत जनमेजयशरण, महंत अवधेशकुमारदास, जगतगुरु रामदिनेशाचार्य, सुदामादास, सूर्य नारायणदास, शिवपूजनदास, रामजीदास, पूर्व प्रधान गुरचरण यादव, डॉ उद्धवशरण, महन्त बलरामदास, महन्त संजयदास, पहलवान हेमंतदास, महन्त गणेशानन्द महराज सहित अन्य लोग शामिल रहे। इस विराट पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल संत महंत को परमार्थ गौ सन्त सेवी महंत स्वामी देवेंद्र प्रसादाचार्य और इनके परम् शिष्य स्वामी कृपालु जी महाराज ने सबको दक्षिणा व अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत सम्मान किए।
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